दीनों के बंधु, सूर्य के समान तेजवान, आनंदकंद कौशल, शिव, शेष और मुनियों के मन को प्रसन्न करने वाले, दानव और दैत्यों का नाश करने वाले, जन-जन के आराध्य कोशलाधीश भगवान श्रीरामलला अपने दिव्य व भव्य मंदिर में विराजित हो गए हैं...
अयोध्या धाम स्थित श्रीराम जन्मस्थली पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन समस्त रामभक्तों की उम्मीद से कई गुना बढ़कर भव्य और दिव्य रहा। इस दौरान प्रशासन ने आयोजन को सुगम, सुव्यवस्थित और भव्यतापूर्ण बनाने के लिए दिन-रात क...
18वीं लोकसभा चुनाव (Lok Sabha elections) की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। धीरे-धीरे गठबंधनों की तस्वीर भी साफ होती जा रही है। 2014 और 2019 के चुनाव में एक तरफ भाजपा नीत एनडीए था, तो कांग्रेस नीत यूपीए। वर्तमान में सूरत बदली...
धार्मिक नगरी अयोध्या अब रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद अध्यात्म का वैश्विक केन्द्र बन गई है। ऐसे में अब राम मंदिर निर्माण के बाद अयोध्या के भाग्य भी खुल गए हैं तथा राम मंदिर सहित काशी, नैमिषारण्य, राम वन गमन पथ व मथुरा कॉ...
अयोध्या (Ayodhya) अंतरराष्ट्रीय चर्चा में है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर विश्व आकर्षण है। लाखों श्रद्धालु दर्शनार्थ आ रहे हैं। अयोध्या में दर्शनार्थियों का मेला है। प्रसन्नता का विषय है कि यहीं सप्तऋषियों का मंदिर भी बनाने क...
Ayodhya में सोमवार 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनने के लिए तमाम फिल्मी सितारे और गायकों के साथ देश व प्रदेशभर से सांस्कृतिक तथा पारंपरिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देने विभिन्न कलाकार रामनगरी अयोध्या पहुं...
भारत में कुश्ती एक ऐसा खेल है जो गांव- देहात से लेकर बड़े शहरों तक में खेला जाता है। अखाड़ों में आज भी हम पहलवानों को दांव पेच लगाते देख सकते हैं। हॉकी के बाद कुश्ती ऐसा खेल है, जिसमें भारतीय एथलीटों ने विश्व स्तर पर सबसे ...
लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी (Manohar Joshi) के अवसान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शोक जताया है। परिवार के प्रति संवेदना जताई है। मनोहर जोशी का निधन परिवार के लिए ही नहीं, देश और...
कांग्रेस (Congress) पार्टी न्याय यात्रा पर है। 14 फरवरी से मणिपुर से शुरू की गई 66 दिनों की यह यात्रा मुंबई में खत्म होनी है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने नेतृत्व में यह यात्रा बस से और पैदल तय की जानी...
अयोध्या स्थित श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला के नूतन विग्रह की स्थापना का साक्षी बनने के लिए देश-विदेश के रामभक्तों में होड़ मची थी। सबका यही प्रयास था कि वह किसी प्रकार वहां तक पहुंच जाएं और जैसे ही अवसर मिले, प्रभु के दर्शन ...