अयोध्या नगरी (Ayodhya) जहां के कण-कण में मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम बसते हैं, विश्व पटल पर सर्वोत्कृष्ट तीर्थनगरी बनकर उभरने को पूरी तरह आतुर है। भव्य अयोध्या-नव्य अयोध्या की परिकल्पना को साकार करने के लिए धरातल पर...
अमर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने महात्मा गांधी की तरह सीधे रामराज्य की बात नहीं की। उनकी किसी भी राजनीतिक सभा में "रामधुन" नहीं बजाया जाता था लेकिन श्री रामचन्द्र के त्याग, आदर्श और संघर्ष की जीवन गाथा उनक...
राजनीति का लघु समर खत्म नहीं हुआ कि महासमर शुरू हो गया। पांच राज्यों के चुनाव को सेमीफाइनल कहा गया। राज्यों में जो चुनाव परिणाम आया, क्या लोकसभा में उसका विस्तार होगा? इसे लेकर राजनीतिक प्रेक्षकों के भिन्न-भिन्न मत हैं, ...
सर्दियों का मौसम साल का ऐसा समय होता है, जिसमें आप घूमने का भरपूर मजा ले सकते हैं। बहुत से लोग तो घूमने के लिए ठंड के मौसम का इंतजार करते हैं, जिससे वो बर्फ वाली जगहों पर घूमकर खूब आनंद उठा सके। भारत के अधिकांश इलाकों मे...
जन-जन के सहयोग से अयोध्या धाम राम मंदिर में श्रीरामलला विराजमान होने जा रहे हैं। लोगों द्वारा मंदिर निर्माण के लिए दान के रूप में दी गई राशि के मूल्य से ज्यादा उस भाव की अहमियत है, जिसने वर्षों पुराने सनातनधर्मियों के स्...
राम की नगरी अयोध्या (Ayodhya) में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के विग्रह को गर्भगृह में स्थापित किये जाने की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। एक ओर मन्दिर के प्रथम तल के अवशेष कार्य को समयबद्ध ढंग से पूरा कराया जा रहा है, तो ...
संसार में भगवान राम की महिमा अपरंपार है। श्रीराम का नाम सत्य को परिभाषित करता है। राम नाम से अधिक शक्तिशाली शब्द इस संसार में दूसरा नहीं है। मान्यता है कि ‘रा’ शब्द का उच्चारण करने से हमारे भीतर विद्यमान समस्त पाप बाहर न...
धर्मनगरी अयोध्या का वैभव फिर से देश-दुनिया के सामने आने को है। 22 जनवरी को राम मंदिर का उद्घाटन इसका प्रमाण बनेगा, पर यहां तक का सफर इतना सरल नहीं रहा। असल में राम मंदिर का जो स्वप्न आज साकार होता दिखा है, उसकी डगर कठिन ...
Ayodhya Dham अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण को लेकर आज न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में अपूर्व आस्था और उत्साह का माहौल है। यहाँ तक कि पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की सभी टीवी चैनलों पर भी श्रीराम और अय...
युग प्रवर्तक, भारत के गौरव पुरुष, वेदांत दर्शन के मर्मज्ञ, कर्मयोगी, भारत माता के सच्चे सपूत, युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda) का जन्म 12 जनवरी,1863 में कोलकाता में हुआ था। इनका मूल नाम नरेंद्...