ब्रेकिंग न्यूज़

वैश्विक पर्यटन का हब बनता भारत

“विश्व एक पुस्तक है और जो लोग यात्रा नहीं करते हैं, वे इसका केवल एक पृष्ठ पढ़ पाते हैं ।“ सेंट ऑगस्टीन का यह कथन वास्तव में यात्रा की भावना को बताता है और एक आकर्षक देश के रूप म...

जम्मू-कश्मीर में बदल रही बयार, युवाओं में खुशी

लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही पूरे देश में सियासत का पारा गर्म हो चला है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिये पिछले कुछ महीनों से विपक्षियों द्वारा ल...

नागरिकता संशोधन कानून पर शुरू हुई सियासत

देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) देश में पिछले दिनों नोटिफाई किया जा चुका है। हालांकि संसद से पारित होने के अगले दिन 12 दिसंबर 2019 को ही राष्ट्रपति ने इस कानून को मंजूरी दे...

राष्ट्र और समाज के कल्याण के लिए युवाओं का योगदान जरूरी

राजनीति में युवाओं की अहम भूमिका है। युवा अपने विचारों से हर क्षेत्र को प्रभावित करते हैं। वे जिन विचारों की ओर बढ़ते हैं उनसे समाज निश्चित रूप से प्रभावित होता है। आज दुनिया मे...

भव्य-दिव्य मंदिर में विराजित हुए श्रीरामलला

दीनों के बंधु, सूर्य के समान तेजवान, आनंदकंद कौशल, शिव, शेष और मुनियों के मन को प्रसन्न करने वाले, दानव और दैत्यों का नाश करने वाले, जन-जन के आराध्य कोशलाधीश भगवान श्रीरामलला अपने दिव्य व भव्य मंदिर में विराजित हो गए...

लोकसभा में मायावती पर सबसे ज्यादा संकट !

लोकसभा चुनाव की घोषणा होने वाली है। सीटों की संख्या के हिसाब से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में सभी पार्टियां ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही हैं। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए राज्य में विपक्ष क...

सामाजिक समरसता का उदाहरण हैं माता शबरी

भक्त शिरोमणि शबरी (Mata Shabari) वनवासी भील समुदाय से थीं। फिर भी मतंग ऋषि के गुरु आश्रम के उत्तराधिकारी बनी। रामजी ने उसके झूठे बेर खाये। यह कहानी भारतीय समाज की उस आदर्श परंपरा का उदाहरण है कि व्यक्ति को पद, प्रतिष...

आम आदमी और रसूखदारों का अलग कानून ?

इसमें कोई शक नहीं कि प्रभावशाली लोग कानून (law) को खिलौना समझते हैं। यह सिस्टम उनके काम में काफी मददगार भी साबित होता है। देश में ये सालों से चल रहा है। सख्त से सख्त कानून बनाने और तमाम कदम उठाने के बाद भी रस...

विदेशी टूरिस्टों की सुरक्षा का सवाल ?

भारत घूमने आए विदेशी सैलानियों (foreign tourists) की सुरक्षा का सवाल हमारे सामने यक्ष प्रश्न बनकर खड़ा है। विदेशी सैलानियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं जहां हमें कठघरे में खड़ा करती हैं वहीं उनसे मारपीट, लूट और अधिक पै...

पाकिस्तान में चुनाव ! फौजी बूटों तले कराहता लोकतंत्र

133 सीटों की जरूरत होती है। इनके अलावा 70 सीटें महिलाएं और अल्पसंख्यकों के लिए रिजर्व हैं। पाकिस्तान की संसद में दो सदन हैं। निचले सदन को नेशनल असेंबली या कौमी असेंबली कहा जाता हैए तो उच्च सदन को सीनेट कहते हैं। नेशनल अस...