भगवान भूतनाथ शंकर ने बारम्बार समस्त वेद-राशि का मन्थन करके यह निश्चय किया कि तारक मन्त्र ‘राम’ विष्णु भगवान की गुप्त मूर्ति है। भगवान की लीला का रहस्य भला कौन जान सकता है। हम पद-पद पर देखते हैं कि अपनी इच्छा न होने प...
सनातन धर्म में गाय की विशेष महिमा बताई गई है। गोशाला सम्पूर्ण देवताओं का निवास स्थान है। पद्मपुराण के सृष्टिखण्ड में गायों की महिमा (glory of cows) का वर्णन किया गया है। पुराणानुसार नारद जी द्वारा गौओं की महिमा के विषय म...
भुवनेश्वर नगर ओडिशा प्रदेश की राजधानी है, जिसे शिव मंदिरों का नगर कहा जाता है। माना जाता है कि पहले यहां लगभग 7,000 शिव मंदिर थे लेकिन अब इनकी संख्या लगभग 500 है। तीर्थों में ‘बिन्दु सरोवर’ और ‘ब्रह्मकुण्ड’ प्रमुख है, जह...
पर्व एवं त्योहार भारतीय संस्कृति की पहचान हैं। ये केवल हर्ष एवं उल्लास का माध्यम नहीं हैं, अपितु यह भारतीय संस्कृति के संवाहक भी हैं। इनके माध्यम से ही हमें अपनी गौरवशाली प्राचीन संस्कृति के संबंध में जानकारी प्राप्त होत...
भगवान भूतनाथ शंकर ने बारम्बार समस्त वेद-राशि का मन्थन करके यह निश्चय किया कि तारक मन्त्र 'राम' विष्णु भगवान की गुप्त मूर्ति है। भगवान की लीला का रहस्य भला कौन जान सकता है। हम पद-पद पर देखते हैं कि अपनी इच्छा न होने पर भी...
संसार में भगवान राम की महिमा अपरंपार है। श्रीराम का नाम सत्य को परिभाषित करता है। राम नाम से अधिक शक्तिशाली शब्द इस संसार में दूसरा नहीं है। मान्यता है कि ‘रा’ शब्द का उच्चारण करने से हमारे भीतर विद्यमान समस्त पाप बाहर न...
भारतवर्ष में अयोध्या पुरी परम पवित्र है। पापी मनुष्यों को इसकी प्राप्ति होनी बहुत कठिन है। पुराणानुसार अयोध्यापुरी सरयू नदी के तट पर बसी है, जिसमें साक्षात भगवान श्रीहरि निवास करते हैं। वह अयोध्या पुरी भला किसके सेवन योग...
Glory of Shani Dev: पद्म पुराण के अनुसार शनि देव को समस्त जगत के उत्पात का कारण माना गया है। ज्योतिष शास्त्रानुसार शनि देव अंश रूप में आकाश में शनि ग्रह के रूप में भ्रमणशील हैं तथा पृथ्वी पर होने वाली समस्त...
भगवती लक्ष्मी जी के जन्म का सम्बन्ध समुद्र से है। सनातन धर्म में पद्म पुराण में भगवती लक्ष्मी जी का प्राकट्य समुद्र मंथन के द्वारा बताया गया है। पद्म पुराण में उत्तराखण्ड के अन्तर्गत श्री महादेवजी एवं पार्वती जी के स...
हिन्दू समुदाय में करवा चौथ के चार दिन पश्चात और दीपावली से ठीक एक सप्ताह पहले 'अहोई अष्टमी'(Ahoi Ashtami) का पर्व मनाया जाता है। प्रायः वही स्त्रियां यह त्योहार मनाती हैं जिनके संतान होती है। किन्तु अब यह व्रत निसंता...