मेरठ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मिशन को लगातार आगे बढ़ा रही है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए स्वयं सहायता समूहों को काफी समृद्ध किया जा रहा है। सिर्फ मेरठ के नगर क्षेत्र में ही महिलाओं के 100 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। अधिकांश समूहों को स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है। मेरठ में कई समूह मिलकर ठाकुर जी की पोशाक, अचार, मुरब्बा, पापड़, चिप्स, लड्डू और घरों को सजाने के लिए हैंडीक्राफ्ट के सामान आदि बना रहे हैं।
पहले खुद थीं परेशान, अब 150 महिलाओं को दी मुस्कान -
शास्त्री नगर निवासी पायल गुप्ता अपने परिवार की माली हालत को लेकर काफी परेशान रहती थी। उन्हें सरकार की योजनाओं के बारे में पता लगा तो उन्होंने नौ महिलाओं को अपने साथ लेकर स्वयं सहायता समूह बना लिया, जिसका नाम रखा सिद्धि स्वयं सहायता समूह। यह समूह अब अचार बना रहा है। उस उत्पाद को यहां के बाजारों में काफी पसंद किया जा रहा है। पायल को अब 14 ग्रुप और बनाने पड़े। पायल इस योजना के माध्यम से 150 लोगों को रोजगार दे चुकी है।
प्रेम सहायता समूह के पापड़ और चिप्स बढ़ा रहे हैं स्वाद -
गुरु नानक नगर निवासी दीपा गुप्ता प्रेम स्वयं सहायता समूह चला रही है। यह ग्रुप पापड़ और कचरी बनाता है। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। ऐसे में उन्होंने ऐसी ही नौ महिलाओं को लिया और इस योजना के तहत सरकार की मदद से पापड़ और चिप्स बनाने का काम शुरू कर दिया। जिला नगरीय विकास अभिकरण की सहायता से इसे बिक्री के लिए बाजार मिल जाता है।
सजावट का सामान कर रहा लोगों को मोहित -
प्रशा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा रेखा भी अपनी सहेलियों के साथ मिलकर इन दिनों घरों की सजावट का सामान बना रही हैं। बाजार में बेचने व मार्केटिंग का काम भी कुछ महिलाएं ही करती हैं। इनकी कला के जादू ने लोगों को मोहित कर लिया है, इसलिए त्योहारों के इस सीजन पर लोगों की डिमांड पूरी करना काफी मुश्किल हो गया है। यानी इन्हें स्वावलंबन के जरिये रोजगार का अवसर मिल गई।
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लोगों को भा रहे हैं संजोग के लड्डू -
संजोग स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष संजोग शर्मा इन दिनों 16 से ज्यादा समूह चला रही हैं। उनका कहना है कि जब इस योजना के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने डूडा में संपर्क किया और सरकार की इस योजना का लाभ खुद तो उठाया ही, साथ ही अलग-अलग क्षेत्र में जाकर महिलाओं को जागरूक भी किया। आज संजोग के 16 ग्रुप बन गए हैं। ये सभी ग्रुप अचार, मुरब्बा, पापड़ और आटे के लड्डू बना रहे हैं। संजोग का कहना है कि इन दिनों में आटे के लड्डू की काफी डिमांड है। बाजार में मिलावटी मिष्ठान के चलते लोग बमुश्किल विश्वास कर पाते हैं, इसलिए घर के साफ-सुथरे बनाए गए यह आटे के लड्डू हर किसी को भा रहे हैं।
online भी मिलेंगे इन समूहों के प्रोडक्ट्स -
डूडा के परियोजना अधिकारी चंद्रभान वर्मा ने बताया कि मेरठ में 100 से ज्यादा स्वयं सहायता समूह बन चुके हैं, जो अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। सरकार इन सभी की हरसंभव मदद कर रही है। इन स्वयं सहायता समूह को बाजारों में चक्कर न काटने पड़े, इसलिए इनके प्रोडक्ट को फ्लिपकार्ट के द्वारा भी बेचा जा रहा है। ऑर्डर आने पर फ्लिपकार्ट कस्टमर के दिए गए पते पर यह प्रोडक्ट पहुंचाएगा। उसकी राशि सीधे समूह के खाते में आ जाएगी।
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