देश फीचर्ड दिल्ली

World No Tobacco Day: सबसे ज्यादा तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं 10वीं के छात्र !

Government serious to make tobacco free state, strategy will be discussed in coordination committee meeting
world-no-nobacco-day नई दिल्लीः दुनिया भर में हर साल 31 मई को 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस' (World No Tobacco Day) मनाया जाता है। तंबाकू का सेवन जानलेवा हो सकता है। तंबाकू या धूम्रपान व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही शारीरिक सेहत पर भी नकारात्मक असर डालता है। हालांकि ये बात जानते हुए भी दुनियाभर में बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। लोगों में सिगरेट -बीड़ी और गुटखा आदि के सेवन से कई तरह की बीमारियां होने का खतरा मंडराता रहता है। वहीं तंबाकू के सेवन को लेकर वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट ने एक सर्वे किया है। जिसमें चौकाने वाला खुलासा हुआ है कि तंबाकू उत्पादों का सेवन (World No Tobacco Day) करने के मामले 10वीं पास छात्रों की संख्या सबसे ज्यादा थी। इंस्टीट्यूट ने बुधवार को बताया, उसे इस वर्ष 30 अप्रैल तक कुल 71,39,473 आईवीआर कॉल प्राप्त हुए थे, जिसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया। रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को इंस्टीट्यूट ने वल्र्ड नो तंबाकू डे मनाया और यह आंकड़े पेश किए।

ये भी पढ़ें..निर्जला एकादशी पर भक्तों ने पवित्र गंगा में लगायी पुण्य की डुबकी, विधि-विधान से किया पूजन इंस्टीट्यूट के मुताबिक, इस वर्ष 30 अप्रैल तक इस केंद्र द्वारा प्राप्त आईवीआर कॉल की कुल संख्या में से 20,43,227 कॉलों की काउंसलिंग की गई, जिनमें 9,96,302 इनबाउंड कॉल, 26,80,657 आउटबाउंड कॉल और 3,91,160 कॉल सेंटर द्वारा पंजीकृत थीं। कुल 1,56,644 लोगों ने सफलतापूर्वक तंबाकू का सेवन छोड़ दिया है। tobacco-free-chhattisgarh इंस्टीट्यूट (संस्थान) के मुताबिक, आंकड़ों से पता चला है कि इनमें से अधिकांश कुल 1,23,508 कॉलें उत्तर प्रदेश से आईं। डेटा यह भी दर्शाता है कि पुरुष 98 प्रतिशत, उसके बाद ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की कुल आबादी का 5 प्रतिशत है, जबकि महिलाओं में सबसे कम प्रतिशत शामिल है। तंबाकू (World No Tobacco Day) के उपभोक्ताओं में सबसे अधिक संख्या 1,74,097 व्यक्तियों की है, जिन्होंने 10वीं कक्षा पास की है। नेशनल टोबैको सेसेशन सर्विस (NTQLS) को शुरुआत में सिक काउंसलर स्टेशनों के साथ एक कमरे में स्थापित किया गया था, और 2020 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे द्वारा इसका विस्तार किया गया था। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)