फरीदाबाद: वर्क फ्रॉम होम (Work from home) का लालच देकर देशभर में साइबर ठगी की 1,784 वारदातों को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए गुरुवार को साइबर थाना एनआईटी ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से 14 मोबाइल, 13 सिम कार्ड सहित 64,000 बरामद किए गए है। इस मामले में अभी दो अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी बकाया है जिन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में प्रभात तथा ओमप्रकाश का नाम शामिल है। दोनों आरोपी बिहार के रहने वाले हैं और फिलहाल दिल्ली के रोहिणी एरिया में रह रहे थे।
आरोपी प्रभात इस गिरोह का मुख्य आरोपी है जो रोहिणी एरिया में अपना कॉल सेंटर चलाता था। आरोपी घर बैठे पैसे कमाने का लालच देकर लोगों को साइबर ठगी के जाल में फंसाते थे। आजकल के डिजिटल युग में हर कोई घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमाना चाहता है क्योंकि यह पैसे कमाने का एक आसान जरिया है। बहुत सारे ऐसे कार्य है जो जिसको घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से पूरा करके पैसे कमाए जा सकते हैं परंतु कुछ साइबर ठग इसका गलत फायदा उठाकर भोले भाले लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं। इसी प्रकार की वारदात को अंजाम देते हुए आरोपियों ने फरीदाबाद की एक महिला के साथ 1,27,000 की ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। महिला ने इसकी शिकायत साइबर थाने में दी जिसके पश्चात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू की गई। आरोपियों की धरपकड़ के लिए इंस्पेक्टर बसंत के नेतृत्व में साइबर टीम का गठन किया गया जिसमें उप निरीक्षक अर्जुन, एसआई भूपेंदर, नीरज, नरेंद्र, प्रधान सिपाही वीरपाल, महिला सिपाही प्रीति, सिपाही अमित तथा अंशुल का नाम शामिल था।
यह भी पढ़ेंः-Movie 72 Hoorain: सिनेमाघरों में रिलीज से पहले इन साइट्स पर लीक हुई फिल्म ’72 हूरें’
साइबर टीम ने तकनीकी की सहायता से कड़ी मशक्कत करते हुए उक्त आरोपियों को दिल्ली एनसीआर एरिया से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी फेसबुक पर वर्क फ्रॉम होम करने के लिए विज्ञापन डालते हैं और उस पर अपना व्हाट्सएप नम्बर देकर उस पर सम्पर्क करने के लिए कहते हैं। विज्ञापन को देखकर किसी भी व्यक्ति के मन में घर बैठे पैसे कमाने का लालच आ सकता है। इसी लालच में फंसकर जब व्यक्ति दिए गए नम्बर पर सम्पर्क करता है तो आरोपी उसे महंगे-महंगे सपने दिखाते हैं और घर बैठे हर महीने हजारों रुपए कमाने का लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं जिसके पश्चात वह रजिस्ट्रेशन फीस, ईसीएस चार्ज, जीएसटी, कोरियर चार्ज, इंश्योरेंस आदि के नाम पर बार-बार पैसे ऐंठते रहते हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)