
धमतरी : सब्जी फसल का यदि व्यवस्थित ढंग से उत्पादन किया जाए तो यह भी रोजगार का एक बेहतर माध्यम है। इस कार्य को महिलाएं आसानी से घर के एक छोटे स्थान पर ही कर सकती हैं। सब्जी भाजी की लागत काफी कम आती है। व्यवस्थित ढंग से उत्पादन कर महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर घर की आर्थिक स्थिति में भी अपना सहयोग दे सकती हैं। महिलाओं को सब्जी भाजी के उत्पादन के लिए प्रेरित करने धमतरी जिला पंचायत सीईओ प्रियंका महोबिया ने धमतरी विकासखंड के ग्राम पंचायत परेवाडीह, ग्राम रांवा, पीपरछेड़ी में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत हुए कार्यों का निरीक्षण किया। सर्वप्रथम मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने ग्राम पंचायत परेवाडीह में मनरेगा अंतर्गत मिश्रित पौधारोपण कार्य का निरीक्षण किया गया।
ये भी पढ़ें..असदुद्दीन ओवैसी ने की शांति बनाये रखने की अपील, भाजपा पर...
निरीक्षण के दौरान पौधों के बीच में समूह के माध्यम से इंटरक्रापिंग (अंतवर्ती फसल) जैसे सब्जी-भाजी लगाने हेतु ग्राम पंचायत सरपंच को निर्देशित किया गया। वहीं उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत निर्मित चारागाह में बिहान समूह से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं को सब्जी भाजी लगाने के लिए निर्देशित किया गया।
ग्राम पंचायत रांवा में सीएलएफ अंतर्गत प्रगतिरत मुनगा नर्सरी का उन्होंने निरीक्षण किया गया, जिसमें सीईओ जिला पंचायत ने नागरिक सूचना पटल बनाने के निर्देश कार्यक्रम अधिकारी जनपद पंचायत को दिए। कार्य में नियोजित ग्रीन आर्मी की महिलाओं को खाली जमीन पर सब्जी-भाजी लगाने के निर्देश सीईओ जिला पंचायत ने दिए। ग्राम पंचायत पीपरछेड़ी (देमार) में प्रगतिरत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के निर्माण कार्य को तत्काल पूर्ण करने सरपंच को निर्देशित किया गया। गोठान में प्रति दिवस गोबर खरीद के भी निर्देश दिए गए। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के निरीक्षण के दौरान विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
महिला समूह को शासन से दी जा रही सहायता -
जिला पंचायत धमतरी सीईओ प्रियंका महोबिया ने बताया कि शासन की योजना का लाभ ले रही महिला समूह से जुड़ी महिलाओं में उत्साह है। सब्जी-भाजी का बेहतर उत्पादन कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकती हैं। महिला समूह को शासन स्तर पर हरसंभव सहायता दी जा रही है।
अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक औरट्विटरपर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…