शिमला: पश्चिमी विक्षोभ का असर हिमाचल प्रदेश में देखने को मिल रहा है। शुक्रवार की रात राज्य के कई इलाकों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश हुई, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। हालांकि, चंबा, कुल्लू और मंडी जिलों में धूल भरी आंधी ने कहर बरपाया और कई स्थानों पर बिजली ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि तूफान और बारिश की गतिविधियां 13 मई तक जारी रहेंगी। मैदानी और मध्यपर्वतीय इलाकों में 12 और 13 मई को तूफान, बारिश और बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 14 से 17 मई तक पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहने से गर्मी का प्रकोप फिर बढ़ेगा।
जनजीवन प्रभावित
इस बीच पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के अधिकांश जिलों में मौसम का मिजाज बदला-बदला सा देखने को मिला। शिमला में शुक्रवार देर शाम हुई बारिश से मौसम ठंडा हो गया। मैदानी इलाकों में भी गरज-चमक के साथ बारिश हुई। कई जगहों पर तूफान आया, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ।
चरमराई बिजली व्यवस्था
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, बारिश और तूफान के कारण राज्य में 483 ट्रांसफार्मर बंद हो गए। चंबा में 184 ट्रांसफार्मर खराब होने से सबसे ज्यादा बिजली गुल है। इनमें भरमौर में 181 और चंबा शहर में तीन ट्रांसफार्मर खराब हैं। कुल्लू जिले में 164 और मंडी में 89 ट्रांसफार्मर खराब होने से लोगों को भीषण गर्मी में बिजली की कमी से जूझना पड़ रहा है। जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में एक ट्रांसफार्मर बंद है। इसके अलावा पिछले दिनों बर्फबारी के कारण अवरुद्ध छह सड़कें और तीन राष्ट्रीय राजमार्ग अभी तक बहाल नहीं हो पाए हैं। लाहौल-स्पीति में दो और कुल्लू में एक राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है।
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शनिवार को राजधानी शिमला समेत प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बादल छाए रहे। मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर धूप खिली हुई है। राज्य में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। बीती रात हुई बारिश के कारण न्यूनतम तापमान में करीब दो डिग्री की गिरावट आयी है। शिमला और मनाली समेत आठ शहरों में न्यूनतम पारा सामान्य से नीचे दर्ज किया गया।
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