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Weather Update: प्रचंड गर्मी से बेतहाशा बढ़ी बिजली की मांग, विद्युत आपूर्ति चरमराई

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heat लखनऊः भीषण गर्मी से प्रदेश की बिजली मांग बेतहाशा बढ़ गई है। प्रचंड गर्मी के चलते प्रदेश की बिजली मांग का पिछला रिकॉर्ड भी टूट गया, लेकिन बेतहाशा बढ़ी मांग के चलते विद्युत आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है। लोड बढ़ने से शहरों में ट्रांसफार्मरों के फुंकने का सिलसिला भी बढ़ गया है। प्रदेश की कई इकाइयों से विद्युत उत्पादन ठप होने से भी यह संकट गहरा गया है।

प्रदेश में 2,000 मेगावाट से अधिक का हुआ इजाफा

तापमान में हुई वृद्धि से बीते एक सप्ताह में प्रदेश की बिजली मांग में 2,000 मेगावाट से अधिक का इजाफा हुआ है। इसके चलते बिजली मांग का नया रिकॉर्ड कायम हुआ है। बीते वर्ष 09 सितंबर को प्रदेश की अधिकतम बिजली मांग 26,589 मेगावाट पहुंची थी, वहीं शनिवार 10 जून को बिजली की अधिकतम मांग 26,636 मेगावाट पहुंच गई। बीते 01 जून से अब तक बिजली की मांग में 3,000 मेगावाट के करीब वृद्धि दर्ज की गई है। एक जून को प्रदेश की कुल बिजली मांग 23,833 मेगावाट थी, तो 09 जून को बढ़कर 26,538 मेगावाट पहुंच गई जबकि 10 जून को बढ़कर रिकॉर्ड स्तर 26,636 मेगावाट तक पहुंच गई। प्रदेश की बढ़ी बिजली मांग को पावर बैकिंग और एनर्जी एक्सचेंस से खरीदकर आपूर्ति की गई।

ट्रांसफार्मरों और जर्जर केबल के फुंकने का सिलसिला बढ़ा

इस दौरान पावर बैकिंग के जरिए दूसरे राज्यों से यूपी को 4,219 मेगावाट बिजली मिली, वहीं 660 मेगावाट बिजली की खरीद एनर्जी एक्सचेंस से की गई। मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल गर्मी से राहत नहीं मिलने वाली है। अब मानसून की फुहारें ही भीषण गर्मी से राहत दिला सकती हैं। भीषण गर्मी के चलते बेतहाशा बढ़ी बिजली की मांग से विद्युत आपूर्ति भी प्रभावित हो रही है। ओवरलोड होने से ट्रांसफार्मरों और जर्जर केबल के फुंकने का सिलसिला भी बढ़ गया है। शहर से लेकर गांव तक लोकल फाल्ट के चलते विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है और इसके चलते लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है। [caption id="attachment_670935" align="alignnone" width="750"] electricity[/caption] राजधानी लखनऊ में ही बीते दो दिनों में बिजली कटौती की 3,000 से अधिक शिकायतें टोल फ्री नंबर 1912 पर दर्ज हो चुकी हैं। शहर के आउटर इलाकों में बिजली कटौती की समस्या अधिक हो रही है। इसके अलावा राजधानी के पीजीआई, फैजुल्लागंज, पारा समेत कई इलाकों में लोग लो वोल्टेज की समस्या से भी परेशान हैं। बीते चार दिनों से शहर की बिजली की मांग में इजाफा हो रहा है। शहर की बिजली की मांग 07 जून को 1462, 08 जून को 1428, 09 जून को 1510 और 10 जून को 1520 मेगावाट रही।

तकनीकी कारणों से उत्पादन ठप

भीषण गर्मी में प्रदेश की कई उत्पादन इकाइयों से विद्युत उत्पादन बंद होने से भी संकट बढ़ गया है। अनपरा और ललितपुर की एक-एक उत्पादन इकाई तकनीकी कारणों से बंद हो गई है। इसके चलते करीब 1,210 मेगावाट बिजली उत्पादन बंद हो गया है। बताया जा रहा है कि दोनों इकाईयों में ब्वॉयलर ट्यूब लीकेज से उत्पादन ठप हो गया है। दोनों इकाइयों के ठंडा होने में करीब तीन दिन का समय लगेगा। जिसके बाद ट्यूब लीकेज को ठीक कर उत्पादन शुरू कराया जाएगा। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)