नई दिल्ली: गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा है कि दो दशक पहले 2003 में राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए वाइब्रेंट समिट के कारण गुजरात निवेशकों के लिए एक पसंदीदा जगह बन गई है। गुजरात अब दुनिया भर में आर्थिक गतिविधियों वाले राज्य के रूप में मशहूर है। गुजरात का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2003 में 1.42 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर आज 2023 में 22.61 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इतना ही नहीं, गुजरात की अर्थव्यवस्था 15 प्रतिशत की संचयी वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ी है, जो देश की औसत विकास दर से अधिक है।
एक मंच पर आए दुनिया भर के निवेशक
मुख्यमंत्री बुधवार को मुंबई में आयोजित वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2024 के रोड शो को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनवरी 2024 में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वां संस्करण आयोजित किया जाएगा। इस समिट की सफलता के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वाइब्रेंट समिट के जरिए दुनिया भर से निवेशक और विचारक एक साथ एक मंच पर आए हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यह शिखर सम्मेलन अब व्यापार नेटवर्किंग और सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए रणनीतिक साझेदारी का एक वैश्विक मंच बन गया है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा (डीएमआईसी) का 38 फीसदी हिस्सा गुजरात से होकर गुजरता है। इसके अलावा बुलेट ट्रेन के लिए मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल भी निर्माणाधीन है। इन दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं से गुजरात और मुंबई के लॉजिस्टिक्स सेक्टर और आर्थिक गतिविधियों को बहुत फायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि गुजरात में आर्थिक विकास की अगली लहर गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (गिफ्ट सिटी), डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल सिटी (ड्रीम सिटी), हाइब्रिड (सौर और पवन) नवीकरणीय ऊर्जा पार्क और धोलेरा एसआईआर से आएगी।
गुजरात अकेल करता है 80 फीसदी हीरा का निर्यात
भूपेन्द्र पटेल ने रेखांकित किया कि मुंबई और गुजरात दोनों ही हीरे के व्यापार के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात का सूरत पॉलिश किए गए हीरों, हीरा तराशने वाली इकाइयों और प्रयोगशाला में विकसित हीरों का मुख्य केंद्र है। इसके अलावा गुजरात अकेले ही देश का 80 फीसदी हीरा निर्यात करता है। अब प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हीरा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सूरत में 'ड्रीम सिटी' भी विकसित की जा रही है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि गुजरात देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध है। आगामी वाइब्रेंट समिट में ऐसे उभरते क्षेत्रों पर सेमिनार और कार्यक्रम आयोजित करके वाइब्रेंट समिट की थीम - 'गेटवे टू द फ्यूचर' को भी साकार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने गुजरात में हर क्षेत्र में मौजूद अपार संभावनाओं का दोहन करने के लिए व्यापार, उद्योग और वित्त जगत के नेताओं को वाइब्रेंट समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।
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इस अवसर पर गुजरात के वित्त एवं ऊर्जा मंत्री कनुभाई देसाई, उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत एवं जगदीश विश्वकर्मा के अलावा मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन एवं वरिष्ठ सचिव भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव राज कुमार ने कहा कि नीति-निर्माण, व्यापार करने में आसानी और निवेशक-अनुकूल दृष्टिकोण ने गुजरात को निवेशकों का पसंदीदा बना दिया है। इस अवसर पर, रिलायंस इंडस्ट्रीज के ग्रुप चेयरमैन धनराज नाथवानी, बैंक ऑफ अमेरिका के कंट्री हेड सुकाकू नखाटे, अरविंद लिमिटेड के कुलीन लालभाई ने वाइब्रेंट समिट और गुजरात में निवेशक अनुकूल माहौल पर अपने अनुभव साझा किए। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के मनोनीत अध्यक्ष संजीव पुरी ने सभी का स्वागत किया।
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