उज्जैनः गुप्त नवरात्रि की शुक्रवार को नवमी तिथि है। इसे भड़ली नवमी के रूप में जाना जाता है। इस दिन अबूझ मुहूर्त में मांगलिक कार्य होते हैं। इस बार सिद्ध, शिव और रवि योग बन रहा है। ज्योतिषाचार्यो के अनुसार, गुरुवार की शाम को भड़ली नवमी प्रारंभ हो चुकी है। शुक्रवार शाम 7 बजे तक इसका प्रभाव रहेगा। शुक्रवार को सिद्ध,शिव और रवि योग बन रहा है। इस दिन शुभ, मांगलिक कार्य करना शुभ फल देने वाला माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया और देवप्रबोधिनी एकादशी पर जिस प्रकार अबूझ मुहूर्त में विवाह होते हैं,उसी तरह भड़ली नवमी का भी महात्म्य है।
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मांगलिक कार्यो का आज आखिरी मुहूर्त
इस माह विवाह का आखिरी मुहूर्त शुक्रवार, 8 जुलाई को है। इसके बाद 26 नवंबर से शहनाई बजेगी। इस बीच चातुर्मास, मलमास रहेगा। इसके चलते मांगलिक कार्य बंद रहेंगे। देवशयनी एकादशी 10 जुलाई को आ जाएगी और देव शयन के बाद मांगलिक कार्य बंद हो जाते हैं। चातुर्मास लग जाता है। इसके 140 दिन बाद 4 नवंबर को देव उठनी एकादशी है। लेकिन 26 नवंबर से मांगलिक कार्य प्रारंभ होंगे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष नवंबर,दिसंबर माह में भी कुल 13 विवाह मुहूर्त हैं। नवंबर माह में 26 से 28 तक तथा दिसंबर माह में 1 से 4,7 से 9 तथा 13 से 15 दिसंबर तक कुल 13 विवाह मुहूर्त रहेंगे।
प्रीति योग में प्रारंभ होगा श्रावण मास
इस बार श्रावण मास प्रीति योग में आ रहा है। श्रावण मास में चार सोमवार आएंगे। यह माह भगवान शिव की आराधना का विशेष माह माना जाता है। इस बार प्रीति योग में श्रावण मास आने से शिव की पूजा के विशेष फल प्राप्त होंगे। श्रावण मास 14 जुलाई से प्रारंभ होगा। उज्जैन में श्रावण मास धूमधाम से मनाया जाता है।
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