लखनऊः राजधानी में तेज रफ्तार गाड़ी चलाने वालों पर यातायात पुलिस अंकुश लगाने में नाकाम साबित हो रही है। फर्राटा भर रहे रईसजादों की गाड़ियां इंसानी जिदंगियां लील रही हैं। यातायात पुलिस और आरटीओ जानलेवा फर्राटा भर रही गाड़ियों का चालान से ज्यादा कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
छह माह के लिए 60 लाइसेंस निरस्त
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन महीने में ही तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने की वजह से 45 हजार से ज्यादा चालान किए गए हैं। इनमें से भी सैकड़ों ऐसी गाड़ियां है, जिनके तीन या उससे अधिक ओवरस्पीडिंग के चालान हुए हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर अभी तक सिर्फ जनवरी और फरवरी में 60 लाइसेंस छह माह के लिए निरस्त किए गए हैं। सड़क हादसों में कमी लाने के लिए ही पिछले साल दिसम्बर में यूपी सरकार ने अधिकारियों को आदेश दिया था कि तीन बार ओवरस्पीडिंग का चालान होने पर लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाए।
ट्रैफिक नियम का पालन न करने वालों पर भी सख्ती के आदेश जारी हुए थे। गाड़ी का पंजीकरण निरस्त करने तक के कड़े नियम बनाए गए, लेकिन यातायात पुलिस अधिकारियों की हीलाहवाली के कारण सारे निर्देश बेकार साबित हो रहे हैं। तेज रफ्तार गाड़ी से किसी दुखद घटना के सामने आने के बाद यातायात पुलिस और आरटीओ एक-दूसरे को जिम्मेदार बताने लगते हैं लेकिन असंवेदनशील हो चुके दोनों विभागों के अधिकारी घटना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
नियमों के मुताबिक तेज रफ्तार में, शराब पीकर या उल्टी दिशा में या लाल बत्ती जंप करने के कारण अगर तीन बार या उससे अधिक चालान होता है, तो लाइसेंस निरस्त की कार्रवाई की जाएगी। गलत स्थान पर वाहन पार्क करने, हेलमेट नहीं लगाने, सीट बेल्ट नहीं बांधने पर अगर तीन बार या उससे अधिक चालान होता है तो कोई और कार्रवाई नहीं की जाती है। तेज रफ्तार गाड़ी चलाने पर एक हजार से दो हजार तक का जुर्माना वसूला जाता है।
ये भी पढ़ेंः-Lucknow to Pilibhit: आठ सालों बाद लखनऊ से रेल नेटवर्क से जुड़ेगा पीलीभीत
तेज रफ्तार ने अब तक ली इतनी जानें
पहला केस: 02 अप्रैल 2024 को निशातगंज स्थित पेपर मिल कॉलोनी में उल्टी दिशा में कार दौड़ा रहे नाबालिग छात्र का संतुलन बिगड़ गया और उसने टहलने निकली साईदा बानो (65) और शबनम (42) को रौंद दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों महिलाएं कार में फंसकर करीब 200 मीटर तक घिसटती चली गई। हादसे के बाद कार सड़क पर खड़ी दो बाइकों को टक्कर मारते हुए दुकान में जा घुसी। कार का एयरबैग खुल गया, जिससे छात्र की जान बच गई।
दूसरा केसः 03 अप्रैल 2024 को बिजनौर इलाके में दोपहर करीब डेढ़ बजे अरमान घर के बाहर अकेले खेल रहा था। इस बीच मोहल्ले का प्रॉपटी डीलर विमल कुमार तेज रफ्तार में एसयूवी लेकर निकला और अरमान को रौंदते हुए भाग गया। यह देख लोगों ने शोर मचाया तो परिजन भी घर से बाहर निकल आए। बच्चे को लोकबंधु अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर अरविंद सिंह राणा ने बताया आरोपी को गिरफ्तार कर एसयूवी बरामद कर ली गई है।
जनवरी से मार्च तक के आंकड़े
चालान संख्या
ओवर स्पीडिंग 45,794
स्टाप लाइन 1,170
नो पार्किंग 110
ट्रिपलिंग 844
उल्टी दिशा 9,578
बिना हेलमेट 42,939
सिग्नल 11,804