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Uttarkashi Tunnel Accident: टनल में फंसे 40 मजदूरों को कब मिलेगी 'नई जिंदगी'? मंगाई गई एक और मशीन

Uttarkashi Tunnel Accident
Uttarkashi-Tunnel-Accident Uttarkashi Tunnel Accident, उत्तरकाशीः उत्तराखंड में चारधाम हाईवे प्रोजेक्ट पर निर्माणाधीन सुरंग के ढहने से मलबे में फंसे 40 मजदूरों को बचाने की जद्दोजहद 12 नवंबर से जारी है। सिलक्यारा में सुरंग में फंसे 40 मजदूरों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बैकअप के लिए इंदौर से एक और ऑगर मशीन मंगाई गई है। भारतीय वायु सेना ने उत्तराखंड के धरासू में चल रहे बचाव में सहायता के लिए अपना अभियान जारी रखा है। इंदौर से देहरादून तक लगभग 22 टन महत्वपूर्ण उपकरणों के परिवहन के लिए परिवहन विमान सी-17 को तैनात किया गया है।

इंदौर से मंगवाई गई एक और ऑगर मशीन 

एयर लिफ्ट से आ रही यह मशीन शनिवार सुबह तक पहुंचने की संभावना है। इस बीच एनएचडीआईएल ने सुरंग दुर्घटना बचाव के लिए अमेरिका से आई मशीन में खराबी के कारण काम रुकने के दावे को खारिज कर दिया और कहा कि मशीन को आराम देने के लिए काम रोका गया है। एनएचडीआईएल के निदेशक अंशू मनीष खलको ने कहा कि बचाव अभियान की रिटेंशन क्षमता बढ़ाने और बैकअप के लिए इंदौर से एक और ऑगर मशीन को एयरलिफ्ट करने की व्यवस्था की गई है, ताकि बचाव अभियान जारी रखा जा सके। उन्होंने बताया कि मशीन शनिवार सुबह तक पहुंच जायेगी। ये भी पढ़ें..Uttarkashi Tunnel Accident: 40 लोगों की जान बचाने के लिए इंदौर से लाई गई एक और मशीन Uttarkashi-Tunnel-Accident

मशीन से कंपन होने के कारण रोका गया रेस्क्यू ऑपरेशन 

शुक्रवार तक सिल्क्यारा बचाव अभियान में 22 मीटर पाइपलाइन तैयार कर ली गई थी। इस बीच अफवाह थी कि अमेरिका से आई मशीन में तकनीकी खराबी के कारण ड्रिलिंग का काम बंद हो जाएगा, लेकिन देर शाम एनएचडीआईएल के निदेशक अंशू मनीष खलको ने स्पष्ट किया कि मशीन खराब होने की बात गलत है। टनल के अंदर मशीन से कंपन होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया है, ताकि आगे मलबा न गिरे। मशीन को आराम देने के लिए काम भी रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि सिल्कयारा टनल में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए ऑगर मशीन की मदद से एमएस पाइप का स्किप टनल बनाने का काम चल रहा है।

40 मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए जद्दोजहद जारी 

गौरतलब है कि उत्तरकाशी जिले में स्थित सिल्क्यारा ऑल वेदर रोड की सुरंग के अंदर भूस्खलन के कारण 40 मजदूर फंस गए हैं। इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए मलबे के बीच 900 एमएम पाइप ड्रिल किए जा रहे हैं। शुक्रवार दोपहर तक पांच पाइपों की ड्रिलिंग के बाद पाइप मलबे के करीब 22 मीटर अंदर तक पहुंच गए थे। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, उपजिलाधिकारी ब्रिजेश तिवारी बचाव कार्य की निगरानी कर रहे हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)