उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी हिमस्खलन (Uttarkashi Avalanche) में अब तक 26 पर्वतारोहियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं 3 अब भी लापता हैं जिनको तलाश जारी। 4 शवों को घटनास्थल से हर्षिल आर्मी हेलीपैड पहुंचाया गया, वहां से एंबुलेंस के जरिए उन्हें उत्तरकाशी जिला अस्पताल ला दिया गया है। द्रोपदी का डंडा रेस्क्यू के लिए 2 चीता हेलीकॉप्टरों ने रेस्क्यू के लिये उड़ान भरी। हालांकि हेलीकॉप्टर द्वारा 4 शवों को मातली हेलीपैड लाने का प्रयास किया गया। लेकिन, खराब मौसम होने के दृष्टिगत उक्त शवों को हर्षित हेलीपैड पर उतारा गया है।
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दरअसल मौसम खराब होने के कारण रेस्क्यू टीम को लगातार चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। एडवांस बेस कैंप में तैनात रेस्क्यू टीम द्वारा 4 तारीख को 4 शव, 6 तारीख को 17 और आज अभी तक 7 शवो को निकाल लिया गया है। बाकी लापता 3 की खोज बीन की जा रही है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य रविवार को राणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे।
29 लोग हो गए थे लापता
बता दें कि उच्च हिमालयी क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए निकले नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल में से 29 सदस्य रविवार को डोकराणी बामक ग्लेशियर क्षेत्र में हिमस्खलन (Uttarkashi Avalanche) की चपेट में आने के बाद लापता हो गए थे। गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे से घटना स्थल पर रेस्क्यू अभियान शुरू हुआ। पैदल गई एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी की टीम बुधवार को घटना स्थल से तीन घंटे की दूरी तक पहुंच गई थी। गुरुवार सुबह पौ फटते ही रेस्क्यू दल ने घटना स्थल की ओर बढ़ना शुरू किया। करीब साढ़े सात बजे दल ने घटना स्थल पर पहुंच कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया। जबकि हाई ऑल्टीट्यूड वार वेलफेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम मातली हेलीपैड से सीधे घटना स्थल पर उतरी।
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