UP Assembly Winter Session, लखनऊः यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी पर तीखा हमला बोला। अखिलेश यादव ने अनुपूरक बजट में यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं, सड़कों पर गड्ढों और एक्सप्रेसवे के लिए प्रावधान करने पर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनका नारा तो विकास का है, लेकिन उनके सारे काम विनाश के हैं। सरकार के पास विजन नहीं है, पैसा होने के बावजूद काम नहीं हो रहा है।
63 फीसदी धनराशि नहीं हो पाई खर्च
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के संबंध में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने जिले को जोड़ना था, लेकिन अभी तक नहीं जुड़ पाया है। इस सरकार ने जो कहा वो कभी नहीं किया। जब सरकार मूल बजट ही खर्च नहीं कर पा रही तो अनुपूरक बजट क्यों? करीब 63 फीसदी धनराशि खर्च नहीं हो पायी है। सबसे महत्वपूर्ण लोक निर्माण विभाग है, इसमें अभी भी 65 प्रतिशत धनराशि बची हुई है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार शेखी बघारने में सबसे आगे है। लोगों को स्मार्ट सिटी का सपना दिखाया। क्या इस बजट में स्मार्ट सिटी के लिए कोई राशि दी गयी है? मुझे लगता है कि पांच साल का पहला कार्यकाल और लगभग दो साल पूरे होने को हैं, सरकार को खुद ही यह एहसास हो गया है कि अब वह स्मार्ट सिटी नहीं बना सकती। जब मुख्य बजट से कोई विकास नहीं हुआ तो इस अनुपूरक बजट से क्या विकास होगा?
उन्होंने कहा कि इस सरकार ने एक भी जिला अस्पताल नहीं बनाया, जिसमें गरीबों को पूरा इलाज मिल सके। सरकार ने न तो नये बनाये और न ही पुराने अस्पतालों में सुधार किया। सरकारी अस्पताल तो बर्बाद हो ही गये, जिसका परिणाम यह हुआ कि गरीबों को निजी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
गड्ढ मुक्त सड़कों के नाम पर सरकार कर रही ऐतिहासिक लूट
सपा अध्यक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि सड़कों में गड्ढे हैं, गड्ढों में सड़कें हैं, सरकार ऐतिहासिक लूट कर रही है। उन्होंने जितिन प्रसाद का नाम लिए बिना कहा कि पीडब्लूडी विभाग में मंत्री बनने के बाद ये तुरंत एक खेल बन गया, अगर सरकार ने इस पर ध्यान दिया होता तो थोड़ा बच जाता। 6 हजार करोड़ रुपये से बन रही है 90 किलोमीटर सड़क। अगर यह लिंक कहीं और जुड़ा होता तो न केवल गोरखपुर जुड़ जाता, बल्कि कई अन्य जिले भी जुड़ गए होते।
अखिलेश यादव ने कहा कि अभी एमबीबीएस डॉक्टर बन रहे हैं, इंजीनियर बनते तो गोरखपुर भी जुड़ जाता और कई जिले भी जुड़ जाते और सड़क अभी तक पूरी नहीं हुई है। इससे पहले सत्र के दूसरे दिन जब सीएम योगी ने डेंगू को लेकर कई बातें कहीं तो अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री ने डॉक्टर की डिग्री ले ली है।
अखिलेश ने कहा कि ऐसा कोई शहर नहीं है जहां जाम न लगता हो। यातायात व्यवस्था बदहाल है। ये लोग उन्हें बैल नहीं नंदी कहते हैं। तो फिर आप नंदी की रक्षा क्यों नहीं कर रहे? सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस से ज्यादा सांड नजर आते हैं। गौशाला में क्या दुर्दशा है? बजट में सिर्फ 250 करोड़ रुपये रखा गया है। इससे कुछ नहीं होना है।
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मेट्रो को लेकर योगी सरकार पर कसा तंज
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सात साल पूरे होने वाले हैं, बताएं कि केंद्र से उत्तर प्रदेश को बिजली कोटे में कितनी बढ़ोतरी मिली है। जो मेट्रो चल रही है वह समाजवादियों की देन है। मुख्यमंत्री जी, आप अपने यहां मेट्रो बनाएं। इसे वहां क्यों नहीं बना रहे? झाँसी के लोग भी मेट्रो का इंतज़ार कर रहे हैं। लखनऊ में सात साल में मेट्रो एक किलोमीटर भी आगे नहीं बढ़ सकी। अगर यहां खेती करने वाले लोग हों, कहीं धान खरीदा गया हो तो कृपया बताएं। जहां धान खरीदी हो रही है वहां सीसीटीवी कैमरे क्यों नहीं लगाए गए हैं? आप पारदर्शिता क्यों नहीं चाहते?
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