मुंबई: पुणे हिट एंड रन मामले में नाबालिग आरोपी का ब्लड सैंपल बदलने वाले ससून अस्पताल के दो डॉक्टर अजय टावरे, श्रीहरि हालनोर और चपरासी अतुल घाटकांबले को बुधवार को निलंबित कर दिया गया है। इन तीनों को निलंबित करने का प्रस्ताव पुलिस ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग को भेजा था। इन तीनों आरोपियों को सोमवार को गिरफ्तार किया गया और तीनों फिलहाल पुणे पुलिस की हिरासत में हैं।
दूसरे व्यक्ति का करवाया था बल्ड टेस्ट
19 मई को पुणे के कल्याणी नगर इलाके में नशे में धुत नाबालिग वेदांत अग्रवाल ने बिना नंबर प्लेट की पोर्श कार 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई और मोटरसाइकिल सवार दो लोगों को कुचल दिया। इस घटना में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। स्थानीय नागरिकों ने वेदांत अग्रवाल को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस ने वेदांत के ब्लड सैंपल को अल्कोहल टेस्ट के लिए पुणे के ससून अस्पताल भेजा।
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3 लाख में हुई थी डील
अस्पताल के डॉ. अजय टावरे और डॉ. श्रीहरि हालनोर ने शराब के नशे में धुत होकर 15 हजार रुपये लिए। नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल से चपरासी अतुल घाटकांबले के माध्यम से 3 लाख रुपए लेकर आरोपी का ब्लड सैंपल कूड़े में फेंक दिया और किसी अन्य व्यक्ति का ब्लड सैंपल लेकर ब्लड टेस्ट करवा लिया। इस आरोप में पुलिस ने इन तीनों को गिरफ्तार कर लिया है और रिश्वत की 3 लाख रुपए की रकम भी बरामद कर ली है। इस संबंध में पुलिस को डॉक्टरों और विशाल अग्रवाल के बीच फोन कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट भी मिली है।