इस्लामाबादः तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) अब पूरे पाकिस्तान में अपने पैर पसार रहा है। टीटीपी ने पंजाब समेत 12 इकाइयों की घोषणा की है। टीटीपी ने अब पाकिस्तान पर अपनी पकड़ ठीक उसी तरह मजबूत करने की रणनीति बनाई है, जिस तरह तालिबान ने अफगानिस्तान में की थी। टीटीपी के आतंकी अपना नेटवर्क बढ़ाने में लगे हैं। पाकिस्तान में कुल 12 इकाइयों की घोषणा की गई है।
टीटीपी ने बलूचिस्तान के कलात और मकरान क्षेत्रों में नई प्रशासनिक इकाइयों की घोषणा की है। इसके साथ ही पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत पंजाब के उत्तरी और दक्षिणी इलाकों में इकाइयां स्थापित की गई हैं। दरअसल, देश के खराब हालात का फायदा उठाकर टीटीपी के आतंकी अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं और यही वजह है कि टीटीपी ने पिछले हफ्ते एक नए फ्रंटलाइन का ऐलान किया है। ये आतंकवादी अब देश के उन इलाकों में अपनी पकड़ मजबूत कर रहे हैं, जहां धार्मिक और जातिगत टकराव का बोलबाला है।
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टीटीपी की चाल पाकिस्तान के उन क्षेत्रों को लक्षित करना है जो सुरक्षा बलों के लिए चुनौती पैदा करने के लिए असुरक्षित हैं। टीटीपी ने अब पाकिस्तान के अंदर 12 प्रशासनिक इकाइयां स्थापित कर ली हैं। इनमें से 7 खैबर पख्तूनख्वा में, 1 गिलगित-बाल्टिस्तान में और 1-1 पंजाब और बलूचिस्तान में है। टीटीपी की इन नई इकाइयों की घोषणा ऐसे समय में की गई है जब पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा से टीटीपी के आतंकवादियों को हटाने का दावा कर रहा है। माना जा रहा है कि टीटीपी के आतंकी भी वही रणनीति अपना रहे हैं, जो तालिबान ने अफगानिस्तान में अपनाई थी और फिर वहां कब्जा कर लिया था।
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