नई दिल्लीः साल का पहला सूर्य ग्रहण गुरूवार को ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को लग रहा है। इससे पूर्व 26 मई को साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगा था। इसके अलावा इस साल एक चंद्र और एक सूर्य ग्रहण और लगेगा। आज लगने वाला सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका के उत्तरी भाग, यूरोप और एशिया में आंशिक तौर पर देखा जा सकेगा। वहीं उत्तरी कनाडा, ग्रीनलैंड और रूस में पूर्ण रूप से दिखायी देगा।
भारत में सूर्य ग्रहण आंशिक तौर पर ही देखा जा सकेगा। आज के दिन लगने वाले ग्रहण के दौरान सूर्य और शनि का अद्भुत योग बनेगा जो इससे पहले 148 वर्ष पूर्व देखने को मिला था। शनि जयंती के दिन ही साल का पहला सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह आंशिक सूर्य ग्रहण है, अतः इसका प्रभाव देश में भी आंशिक ही रहेगा। ग्रहण लगने के 12 घंटे पूर्व ही सूतक काल की गणना की जाती है तथा सूतक काल के दौरान हिंदू मान्यताओं के अनुसार कोई भी नया कार्य नहीं किया जाता है।
यह भी पढ़ेंःराहुल ने टीकाकरण सिस्टम पर खड़े किए सवाल, बोले- वॉक-इन की भी हो व्यवस्थामंदिरों के द्वार भी बन्द कर दिये जाते हैं और भोजन करना भी वर्जित होता है। सूतक काल के दौरान भगवान की आराधना और भजन किया जाता है। वहीं ग्रहण खत्म होने के बाद स्नान कर दान देने की भी परंपरा है। ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि 9 जून को लग रहा सूर्य ग्रहण दोपहर 1 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर 10 जून को शाम 4 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा।