नई दिल्लीः वैलेंटाइन वीक शुरू हो चुका है और वैलेंटाइन डे से पहले सेलिब्रेशन शुरू हो चुका है। आज टेडी डे है। आज के दिन को स्पेशल बनाने के लिए प्यार करने वाले एक-दूसरे को टेडी बियर गिफ्ट करते हैं।
टेडी बियर बच्चों का पसंदीदा खिलौना है, वहीं इसकी मासूमियत बड़ों का भी दिल जीत लेती है। हर रंग व आकार में मिलने वाले टेडी बियर को पाकर हर कोई खुशी से झूम उठता है। लेकिन क्या आपको पता है कि टेडी बियर कहां से आया और इसका नाम टेडी कब और किसने रखा। टेडी डे पर आइये हम जानते हैं इस चहेते किरदार से जुड़ीं कुछ बातें -
जब राष्ट्रपति को पसंद आया भालू -
14 नवंबर 1902 को अमेरिका के राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट भालू का शिकार करने गये थे। राष्ट्रपति के सहयोगी हाॅल्ट काॅलियर ने उनका काम आसान करने के लिये एक काले भालू को पेड़ से बांध दिया, लेकिन राष्ट्रपति ने भालू का शिकार करने से इंकार कर दिया। राष्ट्रपति ने भालू का शिकार तो नहीं किया लेकिन उन्होंने एक कागज पर भालू का चित्र बना लिया। इस घटना का जिक्र उस समय कई अखबारों ने किया। वहीं इस घटना को एक कार्टूनिस्ट ने स्केच के रूप में प्रकाशित कर दिया। इस स्केच पर माॅरिस मिख्टाॅप नाम के एक शख्स की नजर पड़ी, जो बच्चों के लिये साॅफ्ट टाॅय बनाने का काम करता था।
ये भी पढ़ें..Valentine’s Day 2023: अकेले हैं…तो क्या गम है, पार्टनर नहीं है...
1903 में दुनिया के सामने आया टेडी बियर -
उस स्केच से प्रेरणा लेकर वर्ष 1903 में माॅरिस मिख्टाॅम ने दो साॅफ्ट टाॅय मार्केट में उतारे। खास बात यह थी कि इनका चेहरा एक प्यारे भालू जैसा था और इनका नाम अमेरिका के राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट के नाम पर पड़ा। दरअसल, राष्ट्रपति रूजवेल्ट को लोग प्यार से टेडी के नाम से पुकारते थे। माॅरिस मिख्टाॅम ने अपने इन साफ्ट टाॅयज का नाम रखने के लिये राष्ट्रपति से विशेष सहमति मांगी थी, जिस पर वे राजी हो गये। तभी से धीरे-धीरे टेडी बियर आम लोगों की जिंदगी का एक हिस्सा बन गया।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)