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ये कैसी अनदेखी : सूख गए प्रधानमंत्री की अगवानी में लगे पांच लाख के पौधे

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कुशीनगर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुद्ध पूर्णिमा पर जनपद आए तो स्वागत में वन विभाग की सक्रियता देखते बनी। प्रधानमंत्री के आवागमन मार्ग पर पांच लाख की लागत से पौधे (plants) लगाए गए। प्रधानमंत्री के जाने के बाद पौधों (plants) को पानी नसीब नहीं हुआ। पानी के अभाव में पौधों ने मई की धूप तो सह ली पर जून की तपिश नहीं झेल पाए और सूख गए। प्रधानमंत्री एयरपोर्ट से महापरिनिर्वाण मन्दिर तक सड़क मार्ग से गए थे। 6.500 किमी सड़क रूट के दोनों तरफ एक निश्चित दूरी पर अशोक, आम, मौलश्री, अमलतास , पीपल आदि किस्म के छायादार व शोभाकार 180 पौधे वन विभाग ने रोपित किया था। पौधों (plants) की सुरक्षा के लिए 1900 रुपए प्रति की दर आयरन गार्ड बनवाए गए थे। 34200 रुपए केवल आयरन गार्ड बनवाने पर खर्च किए गए। आयरन गार्ड के अतिरिक्त पौधों की खरीद, मजदूरी आदि जोड़कर वन विभाग लगभग पांच लाख खर्च बता रहा है।

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प्रधानमंत्री के दौरे को बीते एक माह भी नहीं हुए कि पौधे (plants) सूख गए। दरअसल प्रधानमंत्री के प्रस्थान के बाद वन विभाग के जिम्मेदारों ने पौधों से मुंह फेर लिया, पौधों को पानी व खाद दिया ही नहीं गया। आयरन गार्ड से ही पौधों (plants) की सुरक्षा मान ली गई। वर्तमान में स्थिति यह है कि केवल पौधे ही नहीं, सूखे कई जगहों से आयरन गार्ड भी गायब हो गए हैं। फोर लेन पर फ्लाईओवर बनने का हवाला देकर आयरन गार्ड सहित पौधों को हटाए जाने का हवाला विभाग दे रहा है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रही संस्था नई दिशा पर्यावरण सेवा संस्थान के अध्यक्ष हरिओम मिश्रा ने इस स्थिति को दुःखद बताया है। कहा कि वीआईपी के आगमन पर या विशेष अवसर पर पौधे लगते हैं किंतु उसके बाद विभाग संरक्षण नहीं करता। इसके लिए ठोस योजना बनानी चाहिए। जिला वन अधिकारी अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि कुछ पौधे हाइवे से हटाए जाने की जानकारी होने की बात कही है। रेंजर ने पूरे मामले की जांच कर जिम्मेदारी तय कर कार्रवाई की बात कही है।

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