मिर्जापुर: खेत तालाब योजना से विंध्य की धरा हरी-भरी बनी रहेगी। पेयजल किल्लत संग सिंचाई (irrigation) समस्या से किसानों को काफी राहत मिलेगी। किसान खुशहाल होंगे। किसानों (farmers) को प्रोत्साहित करने के लिए खेत तालाब पर सरकार 50 फीसद अनुदान भी दे रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत वर्षा जल संचयन के लिए खेत तालाब योजना वर्ष 2022-23 में 23 तालाबों का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें 10 सामान्य, 10 अनुसूचित जनजाति व तीन अनुसूचित जाति के लिए निर्धारित किया गया है। अपने खेत में तालाब बनाने वाले इच्छुक किसान आवेदन कर सकते हैं।
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भूमि संरक्षण अधिकारी जीत लाल गुप्ता ने बताया कि अपने खेत पर तालाब बनाने के इच्छुक किसानों (farmers) से आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए हैं। किसान अपने खेत तालाब के विकल्प कृषि विभाग के पोर्टल पर भूमि संरक्षण मद में आनलाइन पंजीकरण करते हैं। लाभार्थियों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। तालाब का आकार 22 मीटर लंबा, 20 मीटर चौड़ा तथा तीन मीटर गहरा होगा। तालाब की कुल लागत रुपये एक लाख पांच हजार है। जिसमें से 50 फीसद अनुदान लगभग 52 हजार 500 रुपया तीन किस्तों में कृषि विभाग किसानों के खाते में सीधे भेजेगा।
खेत तालाब में करें मछली पालन व सिंघाड़ा उत्पादन -
भूमि संरक्षण अधिकारी जीत लाल गुप्ता ने बताया कि खेत तालाब योजना से जल संरक्षण के साथ ही किसान स्वरोजगार करके आत्मनिर्भर भी बन सकते हैं। आय बढ़ाने के लिए मछली पालन, सिंघाड़ा उत्पादन कर सकते हैं। उद्यान विभाग से 90 फीसद अनुदान पर स्प्रिंकलर सेट लेकर पानी की बचत भी कर सकते हैं।
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