पटनाः बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल को लेकर सभी दलों में माथापच्ची चल रही है, लेकिन कांग्रेस में माथापच्ची के बाद भी कोई परिणाम दिखता नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस में मंत्री पद को लेकर कई दावेदार सामने आ गए हैं। कई नेता दिल्ली दरबार में भी पहुंच गए हैं, जहां मंत्री पद को लेकर जोड़-तोड़ में लगे हैं। महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले विधायकों को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
माना जा रहा है कि कांग्रेस के कोटे से तीन से चार लोगों को मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें कई नामों को लेकर चर्चा हो रही है, लेकिन कांग्रेस में कौन मंत्री बनेगा इसका अंतिम निर्णय दिल्ली से ही होना है। इस कारण कांग्रेस के नेताओं की नजर दिल्ली पर ही लगी है। कांग्रेस के खगड़िया विधायक छत्रपति यादव ने एक पत्र लिखकर मंत्री पद की मांग कर डाली है। इधर, राजापाकड़ की विधायक प्रतिमा कुमारी भी मंत्री पद को लेकर अपनी दावेदारी जता चुकी हैं। इसके अलावा भी कांग्रेस के कई विधायक और विधान पार्षद हैं जो मंत्री बनने का दावा पेश कर रहे हैं। इस बीच, राजद के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले हैं।
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सूत्रों का कहना है कि इस मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा हुई है और सहमति भी बन गई है। कांग्रेस ने मंत्री के चार पद की मांग की है, जबकि तीन पद मिलने की चर्चा हो रही है। इधर, कहा जा रहा है कि संभावित मंत्रियों के नामों की सूची दिल्ली भेज दी गई है, जहां से हरी झंडी मिलने के बाद उन नामों को मंत्रिमंडल की सूची में शामिल कर लिया जाएगा। वैसे, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और विधानसभा में विधायक दल के नेता अजीत शर्मा को मंत्री बनने की चर्चा खूब है।
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