वाराणसी: दीपावली पर्व पर फूलों का बाजार भी अपना सुगंध बिखेरने के लिए तैयार है। पर्व पर मलदहिया और बांसफाटक स्थित फूलमंडी में दुकानदारों और आढ़तियों से लोग फूलों के लिए अग्रिम पेशगी देने लगे हैं। कोरोना के चलते पूरे दो साल बाद फूलमंडी में रौनक दिखने लगी है। हालांकि बेमौसम की बारिश और पिछले दिनों आई बाढ़ के चलते फूलों का दाम चढ़ गया है। बावजूद इसके इस पर्व पर गेंदा, कमल, गुलाब के साथ रंग-बिरंगे फूलों की मांग बनी हुई है।
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फूलों का कारोबार करने वाले दिनेश माली ने बताया कि इस साल बेमौसम वर्षा के कारण फूल किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। इसलिए उन्हें भी उम्मीद है कि दिवाली पर फूलों की बिक्री से उनके नुकसान की भरपाई कुछ हद तक हो सकेगी। आर्टिफिशियल फूलों के व्यापारी अशोक जायसवाल ने बताया कि दीपावली पर्व पर बड़े घरों और शोरूम में तोरण गेट बनाने के साथ लोग प्रतिष्ठान को भी फूलों से सजाते है। ऐसे में गेंदा और अशोक की पत्तियों की अधिक मांग रहती है। गुलाब, जरबेरा, जैसे फूलों की भी खासी मांग रहती है। शहर में स्थानीय किसानों के साथ गेंदा के फूल कोलकाता से मंगाए जाते हैं।
धनतेरस, छोटी दिवाली और दीपावली के दिन सबसे ज्यादा फूल की बिक्री होती है। अशोक बताते हैं कि चौबेपुर के चिरईगांव,दीनापुर, रघुनाथपुर, पराई, फूलपुर, गोपालपुर और गौरा आदि गांवों में किसान फूलों की खेती करते हैं। इसी तरह राजातालाब, मातलदेई, काशीपुरा और आसपास ,लोहता धन्नीपुर में भी किसान फूलों की खेती करते हैं। सभी फूलों में गेंदा की सबसे अधिक खेती होती है। इस बार मांग अधिक होने के कारण उम्मीद की जा रही है। गेंदा का भाव भी चढ़ेगा। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो साल से फूलों का व्यापार चल नहीं रहा था जिससे किसानों के साथ व्यापारी भी परेशान रहे।
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