रांची: राज्य में नियोजन नीति के रद्द होने पर सड़क से सदन तक हंगामा हो रहा है। रांची में भी छात्र सड़क पर उतरे। आंदोलनकारी छात्रों को समझाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायकों की एक टीम भेजनी पड़ी। उन्होंने छात्रों से बातचीत की और कहा कि सभी विधायक उनकी मांग से सहमत है। उन्होंने छात्रों से बातचीत की और कहा कि सभी विधायक उनके मांग से सहमत है।
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पुराने विधानसभा से करीब तीन हजार से ज्यादा छात्रों ने रैली निकली और विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की लेकिन उन्हें विधानसभा के पहले ही रोक लिया गया। छात्र सड़क पर ही बैठकर नारेबाजी करने लगे। सरकार के विरोध में नारे लगाने लगे। पुलिस उनसे शांत रहने और सड़क से हट जाने की बात कहती रही लेकिन छात्र नहीं माने। छात्रों के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायकों की टीम को छात्रों के पास भेजा। टीम में लंबोदर महतो, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, दीपिका पांडे सिंह, सुदिव्य कुमार सोनू और विनोद सिंह शामिल थे।
उन्होंने कहा कि हर हाल में नियोजन मिलना चाहिए। इसके लिए उन्हें सड़क पर बैठने की जरूरत नहीं है, बल्कि पढ़ाई करने की जरूरत है। छात्रों ने विधायकों के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि पढ़ाई का क्या फायदा जब सरकार परीक्षा ही नहीं ले सकती। करीब एक घंटे की बातचीत में विधायकों ने उनकी बात सरकार तक पहुंचाने की बात कही और कहा कि किसी भी हाल में यह मामला जल्द सुलझा लिया जाएगा।
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