Gopeshwar: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित सिखों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब और लोकपाल मंदिर के कपाट शनिवार को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गये। इस अवसर पर सैकड़ों की तादाद में पहुंचे श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में...
गोपेश्वर: चमोली जिला मुख्यालय गोपेश्वर में युवाओं द्वारा गठित स्थानीय आपदा राहत बल (एलडीआरएफ) रविवार को चमोली दुर्घटना के पीड़ित परिवारों के लिए एक माह का राशन लेकर उनके गांव हरमनी और रंगतोली पहुंचा। चमोली हादसे में ह...
चमोलीः उत्तराखंड चारधाम यात्रा के दौरान भूस्खलन (landslide in chamoli) के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय हाईवे अक्सर बंद रहता है। शनिवार को छिनका के पास फिर भूस्खलन हुआ। नेशनल हाईवे पर मलबा आने से यात्रा पर निकले पर्यटक के ...
जोशीमठः जोशीमठ (Joshimath) में हो रहे भू धंसाव की स्थिति लगातार और भी गंभीर होती जा रही है। धीरे-धीरे अन्य होटल भी इसकी जद में आ रहे हैं। होटल मलारी इन और माउंट व्यू की तरह ही रोपवे तक जाने वाले रास्ते में स्थित स्न...
चमोलीः चमोली के देवाल खेता सियालकोट मोटर मार्ग पर पहाड़ी से भूस्खलन होने से सड़क का आधा हिस्सा टूटकर पिंडर नदी में समा गया। जिससे आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गयी। 4 दिनों से लगातार पहाड़ी से हो रखे भूस्खलन की वजह से डेढ़ ...
गोपेश्वर (चमोली) : सिखों के धाम हेमकुंड साहिब (Hemkund Sahib) में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। यहां हर साल दुनियाभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। वहीं जिस दुर्गम यात्रा को करने में अच्छे-अच्छों की सांसें फूल ज...
देहरादूनः मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून ने गुरुवार को हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और अल्मोड़ा जिलों में आंधी के साथ तेज बारिश की संभावना जताई है। वहीं दूसरी ओर भारी बारिश से चमोली जिले की 21 सड़कें बंद हो...
बागेश्वरः चमोली जिले को जोड़ने वाली शंभू नदी किसी भी समय बड़ी तबाही ला सकती है। बागेश्वर जिले के अंतिम गांव कुंवारी से करीब दो किमी आगे भूस्खलन के मलबे से शंभू नदी पट गई है, जिससे यहां झील बन गई है। झील का आकार दिनों-...
गोपेश्वर: चार धाम यात्रा के लिए हेलीकाप्टर की बुकिंग के नाम पर देशभर के लोगों से लाखों की ठगी (cheating) करने वाले मास्टर माइंड को चमोली पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर चमोली ले आयी है। इस मास्टर माइंड को गिरफ्तार करन...
चमोलीः भारत के हिमालयी इलाके में बफीर्ली चोटियों के बीच स्थित रूपकुंड झील रहस्यमयी कहानियों के लिए जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां एक अरसे से इंसानी हड्डियां बिखरी हुई हैं। रूपकुंड झील समुद्र तल से करीब 5000 मी...