फतेहाबाद: रतिया के टोहाना रोड स्थित एक निजी अस्पताल में शुक्रवार को इलाज के दौरान 10 माह के बच्चे की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इसके बाद मृतक बच्चे के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। बाद में सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को शांत कराया। साथ ही मृतक बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल ले जाया गया।
बच्चे को सांस लेने में हो रही थी परेशानी
प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव हाकमवाला निवासी अमृतपाल के 10 माह के लड़के शुभदीप का इलाज टोहाना रोड स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था। बच्चे को सांस लेने में दिक्कत थी। आज इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के पिता अमृतपाल और चाचा नवदीप ने आरोप लगाया कि निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उनके बच्चे का ठीक से इलाज नहीं किया और बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें रेफर करने के लिए भी नहीं कहा और इलाज के दौरान बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। अस्पताल में बच्चे की मौत की सूचना मिलते ही अन्य परिजन भी अस्पताल पहुंच गये और उन्होंने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे।
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डॉक्टर ने लापरवाही से किया इनकार
सूचना मिलते ही नगर थानाध्यक्ष जय सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चे के परिजनों को आश्वासन देकर शांत कराया। मृतक बच्चे के परिजन डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे, जिस पर पुलिस ने लिखित में शिकायत देने पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद पुलिस बच्चे के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल ले गई। निजी अस्पताल के डॉक्टर भरत किशोर का कहना है कि उन्होंने इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती। जब बच्चे को भर्ती कराया गया तो उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी, जिस पर बच्चे को भाप भी दी गई और उस दौरान बच्चे को 104 बुखार भी था। बच्चे के परिजन दवा दिलाने के बाद उसे घर ले गए थे और शाम को जब बच्चे को वापस अस्पताल लाए तो उसकी मौत हो चुकी थी।
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