लखनऊः अगले साल की शुरूआत में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में भोजपुरी फिल्म उद्योग में एक स्टार युद्ध देखने को मिलेगा। चुनाव में दो प्रमुख खिलाड़ी भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी भोजपुरी फिल्म सितारों पर अपनी पकड़ मजबूत कर रहीं हैं और मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए उनका इस्तेमाल करेंगी। जहां भाजपा के पास पहले से ही रवि किशन और मनोज तिवारी (दोनों सांसद) हैं, वहीं समाजवादी पार्टी को भी भोजपुरी सितारे मिल रहे हैं।
भोजपुरी के जानें-मानें स्टार खेसारी लाल यादव ने मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। दोनों के बीच राजनीतिक स्थिति पर लंबी चर्चा हुई। अखिलेश ने स्वीकार किया कि हमने ‘22 में साइकिल’ पर चर्चा की। पार्टी सूत्रों के मुताबिक ने कहा कि खेसारी लाल पार्टी में शामिल होने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। एक और भोजपुरी स्टार काजल निषाद ने भी एक हफ्ते पहले अखिलेश यादव से मुलाकात की थी और कहा जाता है कि वह पार्टी में शामिल होने के लिए उत्सुक हैं। यह भी पढ़ेंःपार्टी के कड़े रुख के बाद बदला जॉन बार्ला का सुर, पृथक राज्य की छोड़ी मांगलोकप्रिय भोजपुरी फ़िल्म अभिनेता व गायक खेसारी लाल यादव से हुई मुलाक़ात और ‘बाइस में बाइसिकल’ के संकल्प की बात।@khesariLY#बाइस_में_बाइसिकल pic.twitter.com/rA6HsKPa0O
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 22, 2021
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि भोजपुरी सिनेमा पूरे उत्तर भारत में लोकप्रियता हासिल कर रहा है और अब केवल बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं है। इन सितारों को प्रचार में लाना एक बहुत बड़ा फायदा है क्योंकि वे अपने दम पर भीड़ खींचने वाले होते हैं, और एक वफादार फैन फॉलोइंग का आनंद लेते हैं। संयोग से भाजपा के पास भोजपुरी फिल्म उद्योग से एक और मेगा स्टार है दिनेश लाल यादव निरहुआ, जिन्होंने आजमगढ़ से अखिलेश यादव के खिलाफ 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था।