नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने रविवार को कांग्रेस और उसके वरिष्ठ नेताओं पवन खेड़ा, जयराम रमेश, नेट्टा डिसूजा को उनकी बेटी के खिलाफ 'दुर्भावनापूर्ण आरोपों' को लेकर कानूनी नोटिस भेजा और उन्हें लिखित में बिना शर्त माफी मांगने के लिए कहा। उन्होंने उनसे अपनी 18 वर्षीय बेटी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को तत्काल प्रभाव से वापस लेने को भी कहा।
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उनके वकील के माध्यम से भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि ये आरोप उनके झूठ के ज्ञान के साथ, या कम से कम सच्चाई की लापरवाही से लगाए गए हैं। कानूनी नोटिस के अनुसार, "झूठे आरोपों का उद्देश्य एक मंत्री और सार्वजनिक जीवन में एक व्यक्ति के रूप में हमारे मुवक्किल की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाना था। ये भारतीय दंड संहिता के तहत गंभीर अपराध हैं ।"
"यहां ऊपर उल्लिखित परिस्थितियों में, हम एतद्द्वारा संबोधित करने वालों से इस नोटिस की प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर लिखित बिना शर्त और स्पष्ट रूप से माफी मांगने का आह्वान करते हैं, जिसे प्रिंट मीडिया और सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित किया जाना चाहिए।" नोटिस के अनुसार, "हमारे मुवक्किल और उनकी बेटी, जोश ईरानी के संबंध में आरोपों और/या इसी तरह की सामग्री के संबंध में या किसी भी संबंध में उत्पन्न होने वाली किसी भी सामग्री को प्रसारित करने से रोकें। सुनिश्चित करें कि आरोपों का सभी रिकॉर्ड स्थायी रूप से हटा दिया गया है और भविष्य में इसे फिर से प्रसारित नहीं किया जाएगा।"
नोटिस में चेतावनी दी गई है कि ऊपर बताए अनुसार कार्रवाई करने में विफलता के मामले में, ईरानी (Smriti Irani) को उनके खिलाफ उचित दीवानी और आपराधिक कार्यवाही शुरू करने के लिए बाध्य किया जाएगा। कांग्रेस ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया था कि ईरानी (Smriti Irani) की बेटी द्वारा गोवा में चलाए जा रहे रेस्टोरेंट 'सिली सोल्स कैफे एंड बार' को फर्जी तरीके से आबकारी लाइसेंस मिला है। ईरानी ने आरोपों को 'दुर्भावनापूर्ण' करार दिया।
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