नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए कहा कि राजनीतिक यातना, हत्या और बलात्कार टीएमसी के राजनीतिक हथियार हैं। ममता बनर्जी पर सीधे हमला बोलते हुए सोमवार को उन्होंने कहा कि हमारे लोकतंत्र में शायद पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक मुख्यमंत्री राज्य में लोगों की मौत होते इसलिए देख रही हैं, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री के पक्ष में वोट नहीं किया। भाजपा का चुनावी हिंसा पर आवाज उठाना एक नौटंकी बताना बहुत गलत है।
सोमवार को कलकत्ता उच्च न्यायलय ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा की घटनाओं में मानव अधिकारों के उल्लंघन की जांच राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को सौंपने संबंधी आदेश सोमवार को वापस लेने से इनकार करते हुए इस बारे में राज्य सरकार का आवेदन खारिज कर दिया। न्यायालय ने मानवाधिकार आयोग को एक समिति गठित कर राज्य में चुनाव बाद हिंसा के दौरान कथित मानवाधिकार उल्लंघन की घटनाओं की जांच करने का आदेश दिया था।
स्मृति ईरानी ने कहा कि पहली बार ऐसा हुआ है, देश में चुनाव के परिणाम के बाद हजारों की तादाद में लोग अपना मकान, अपना गांव छोड़कर बॉर्डर पार कर रहे हैं। इसके साथ वे अपनी जान बचाने के लिए अपना धर्म भी बदलने को तैयार हैं। लेकिन ममता बनर्जी और तृणमूल (कांग्रेस) हमें छोड़ दे। यह कैसी सरकार है।
यह भी पढ़ेंः-भाजपा सरकार कोरोना संक्रमण से मृत्यु के आंकड़े नहीं बल्कि छुपा रही नाकामीः अखिलेशउन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में महिलाओं के साथ सिर्फ इसलिए दुष्कर्म हो रहा है, क्योंकि उन्होंने मुख्यमंत्री को वोट नहीं किया। भाजपा के 40 कार्यकर्ताओं को मार दिया गया। उनके परिवारों की बहु-बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। इन सबके सबूत हैं, और मुख्यमंत्री इसे नौटंकी बता रही है।