नई दिल्लीः कृषि कानूनों को लेकर सरकार और विपक्ष के बीच खींचतान लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में सरकार की ओर से आने वालों बयानों पर भी विपक्ष की पैनी नजर बनी हुई है। इस क्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान कि ‘कृषि कानून का विरोध करने वाले किसानों का कर रहे अपमान’ पर कटाक्ष किया है। उन्होंने पूछा है कि क्या आपका पूर्व सहयोगी अकाली दल भी किसानों का अपमान कर रहा है।
दरअसल, संसद के दोनों सदनों से पास कृषि विधेयकों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मंजूरी मिलने के बाद वह कानून बन गया है। बावजूद इसके देशभर में किसानों का प्रदर्शन जारी है। साथ ही तमाम विपक्षी दल भी केंद्र की मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका चूकना नहीं चाहते हैं। ऐसे में जब पीएम मोदी ने कहा कि खेती कानून का जो लोग विरोध कर रहे हैं वो असल मायने में देश के किसानों का विरोध कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद से कांग्रेस पार्टी हमलावर मोड़ में है।
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा है कि भले ही किसानों और अन्य लोगों के इस विरोध को प्रधानमंत्री किसानों का अपमान बता रहे हैं, लेकिन हकीकत इससे इतर है। देश के किसान प्रधानमंत्री जी की सोच से अलग महसूस कर रहे हैं। तभी तो जब से कृषि विधेयक पास हुआ है किसान लगातार सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को सिर्फ पूंजीपतियों की चिंता है, किसानों के अस्तित्व को लेकर उनकी फिक्र न्यूनतम है।
यह भी पढ़ेंः-कोतवाली मुगलसराय की कथित वसूली मामले में विजिलेंस जांच शुरूइस दौरान सिब्बल ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के 24 साल के पुराने सहयोगी शिरोमणी अकाली दल (शिअद) के गठबंधन से अलग होने के फैसले को लेकर पर सरकार पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि अगर खेती कानून का विरोध करने वाले किसानों का विरोध कर रहे हैं तो क्या शिअद भी किसानों के खिलाफ है। इसका मतलब हो यही हुआ कि सिर्फ मोदी सरकार ही सही और उसके इतर सभी गलत हैं।