नई दिल्लीः विदेश मंत्रालय ने कर्नाटक सरकार के अनुरोध पर पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और इस संबंध में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है।
इस संबंध में विदेश मंत्री ने भी बयान दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि प्रज्वल रेवन्ना का पासपोर्ट अभी तक रद्द नहीं किया गया है। विदेश मंत्रालय को कर्नाटक सरकार से इस संबंध में अनुरोध प्राप्त हुआ था। मंत्रालय नियमानुसार कार्रवाई कर रहा है।
कर्नाटक की हासन सीट से सांसद प्रज्वल रेवन्ना को कथित 'यौन उत्पीड़न' मामले में जनता दल (सेक्युलर) से निष्कासित कर दिया गया है। वह कर्नाटक की क्षेत्रीय पार्टी के टिकट पर इस सीट से चुनाव भी लड़ रहे हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को वोटिंग हुई थी, जिसके एक दिन पहले रेवन्ना के कुछ अश्लील वीडियो वायरल हुए थे। मामले में कार्रवाई होने से पहले ही वह विदेश भाग गया।
देवेगौड़ा ने कहा मिलनी चाहिए सजा
देवेगौड़ा ने कहा कि अगर उनका पोता दोषी पाया जाता है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। इस समय मैं केवल यही कर सकता हूं कि प्रज्वल को वापस आकर पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने की सख्त चेतावनी दूं। उन्हें खुद को कानूनी प्रक्रिया के हवाले कर देना चाहिए।
देवेगौड़ा ने कहा कि मैं प्रज्वल से अनुरोध नहीं कर रहा हूं, बल्कि उन्हें चेतावनी दे रहा हूं। यदि उसने इस चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया तो उसे मेरे और पूरे परिवार के क्रोध का सामना करना पड़ेगा। कानून उस पर लगे आरोपों की जांच करेगा, लेकिन अगर उसने परिवार की बात नहीं मानी तो हम उसे अकेला छोड़ देंगे।'
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प्रज्वल रेवन्ना का वीडियो वायरल होने के बाद से तरह-तरह के आरोप सामने आ रहे हैं। इसे लेकर विपक्ष खासकर कांग्रेस जेडीएस और उसकी सहयोगी बीजेपी पर हमलावर है। मामले में रेवन्ना के खिलाफ पुलिस जांच चल रही है। हालांकि वह पहले ही विदेश जा चुके हैं।
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