BJP, शिमलाः पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने कहा कि चुनाव का आखिरी दौर तेजी से एक जून की ओर बढ़ रहा है। मौजूदा सरकार के खिलाफ सबसे बड़ी चीज गरीबी और बेरोजगारी है। मैं मानता हूं कि आज भी कुछ जगहों पर गरीबी और बेरोजगारी है, लेकिन मैं जोर देकर कहना चाहता हूं कि इसकी जिम्मेदारी वर्तमान सरकार की नहीं है।
जनसंख्य वृद्धि गंभीर चिंता का विषय
शांता कुमार ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि मोदी सरकार ने गरीबी और बेरोजगारी दूर करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। 25 करोड़ गरीब लोग गरीबी से बाहर भी आये हैं। करोड़ों युवाओं को रोजगार भी मिला है। मोदी सरकार ने बहुत सारी योजनाएं शुरू की हैं। इससे ज्यादा कोई सरकार कुछ नहीं कर सकती। इन सबके बावजूद जो गरीबी और बेरोजगारी है वह बढ़ती जनसंख्या के विस्फोट के कारण ही है। मुझे दुःख है कि आज इस चुनाव में राजनीतिक दलों ने भारत की इस सबसे बड़ी समस्या पर चर्चा नहीं की। 1947 में भारत की जनसंख्या 35 करोड़ थी और आज 77 साल बाद भारत की जनसंख्या 144 करोड़ हो गयी है। 77 वर्षों में जनसंख्या में लगभग 100 करोड़ की वृद्धि चिंता का विषय एवं गंभीर है। आज भी देश की जनसंख्या हर साल 1 करोड़ 20 लाख बढ़ जाती है। कोई भी सरकार ऐसी आबादी की गरीबी और बेरोजगारी को खत्म नहीं कर सकती जो टिडी दल की तरह बढ़ती जा रही है।
बनाना होगा सख्त कानून
शांता कुमार ने कहा कि विश्व के 190 देशों में हर वर्ष लगभग 8 करोड़ जनसंख्या बढ़ जाती है। इनमें से केवल 1 करोड़ 25 लाख भारत में हैं और बाकी 6 करोड़ 189 देशों में हैं। दुनिया के कई देशों में बढ़ती जनसंख्या रुक गई है।
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उन्होंने कहा कि पिछले साल 15 अगस्त को अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस समस्या का जिक्र किया था और कहा था- 'जनसंख्या विस्फोट एक गंभीर समस्या है और इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए।' शांता कुमार ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि इस चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी सबसे पहला काम जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाएंगे और जो थोड़ी बहुत गरीबी और बेरोजगारी है, उससे देश को मुक्ति मिलेगी।
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