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संदेशखाली के 'गुनहगार' शाहजहां की गिरफ्तारी के बाद एक्शन में सरकार, 2 पुलिस अधिकारियों पर गिरी गाज

tmc- leader shahjahan sheikh
कोलकाताः संदेशखाली के 'गुनहगार' व टीमएमसी नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की ममता सरकार एक्शन में आ गई है। महिलाओं पर अत्याचार और जमीन हड़पने के मामले के मुख्य आरोपी शाहजहां शेख के बाद सरकार ने बशीरहाट पुलिस जिले से दो अधिकारियों को हटा दिया है। संदेशखाली इसी पुलिस जिले के अंतर्गत आता है।

इन अफसरों पर गिरी गाज

सरकार ने यह कदम तृणमूल के कद्दावर नेता शेख शाहजहां की 55 दिन बाद गिरफ्तारी के बाद उठाया है। राज्य सरकार के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि इंटेलिजेंस ब्यूरो (डीआईबी) के निदेशक डीएसपी सुजीत कुमार मंडल और इंस्पेक्टर काजल बनर्जी को उनके पद से हटा दिया गया है। सुजीत कुमार मंडल को रायगंज पुलिस जिले में फिर से नियुक्त किया गया है, जबकि काजल बनर्जी को राज्य CID में स्थानांतरित किया गया है। ये भी पढ़ें..Shahjahan Sheikh: संदेशखाली के ‘खलनायक’ शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ सियासी घमासान इसके अतिरिक्त बनर्जी हिंगलगंज पुलिस स्टेशन और हेमनगर पुलिस स्टेशन की भी निगरानी करेंगी। वहीं सुजीत मंडल की जगह बैरकपुर पुलिस जिले के एक निरीक्षक राकेश चटर्जी नियुक्त किया गया है। जबकि काजल बनर्जी के स्थान पर रक्तिम चट्टोपाध्याय को भेजा गया है, जो पहले सर्कल इंस्पेक्टर (सीआई) के रूप में कार्यरत थे।

बाहुलबली नेता को गिरफ्तार करने में लगे 55 दिन

गौरतलब है कि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने के सख्त आदेश के बाद संदेशखाली के गुनहगार शाहजहां को गिरफ्तार किया था। टीएमसी के बाहुलबली नेता को गिरफ्तार करने बंगाल पुलिस को 55 दिन लग गए थे, जिससे राज्य सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। दरअसल कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में कहा था कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या पश्चिम बंगाल पुलिस शेख शाहजहां को गिरफ्तार कर सकती है। कोर्ट के आदेश के 24 घंटे के अंदर बंगाल पुलिस ने शाहजहां शेख को हिरासत में ले लिया था। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)