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डीपफेक का शिकार हुए क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर, घटिया वीडियो में बेटी सारा का नाम आने से दुखी

sachin tendulkar
Sachin Deepfake: रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट जैसे कई मशहूर हस्तियां डीपफेक का शिकार बन चुकी हैं। पिछले कुछ महीनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाए जा रहे कई सेलिब्रिटी के वीडियो सामने आ चुके हैं। अब इस लिस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का नाम भी जुड़ गया है। सोशल मीडिया पर इस घटिया वीडियो के वायरल होने के बाद विश्व क्रिकेट पर दशकों तक राज करने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर बेहद दुखी हैं। हालांकि उन्होंने सभी को इस बारे में अलर्ट कर दिया है। सचिन ने अपने ऑफिशियल अकाउंट से उस वीडियो को शेयर करते हुए कहा कि वायरल हो रहा ये वीडियो फर्जी है। बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस का डीपफेक वीडियो वायरल होने के बाद अब इसकी आंच क्रिकेट तक पहुंच गई है। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह एक ऐप का प्रमोशन करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में सचिन तेंदुलकर की आवाज को डब करके AI की मदद से फर्जी वीडियो बनाया गया है। ये भी पढ़ें..Raja Saab Poster: सलार के बाद राजा साब से थिएटर हिलाने आ रहें Prabhas, पहला लुक देख फैंस हुए क्रेजी

आखिर ऐसा क्या है इस वीडियो में ?

इस फेक वीडियो में सचिन बता रहे हैं कि उनकी बेटी इन दिनों एक गेम खेल रही है जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है। इस गेम का नाम स्काईड एविएटर क्वेस्ट ऐप है। इससे वह हर दिन 1,80,000 रुपये कमाती हैं। वे हैरान हैं कि अब पैसा कमाना कितना आसान हो गया है। इस फेक वीडियो में सचिन को ये भी कहते दिखाया गया कि स्काईड एविएटर क्वेस्ट ऐप को मुफ्त में डाउनलोड कर सकते है, इसे कोई भी आईफोन यूजर इस्तेमाल कर सकता है।   वहीं सचिन तेंदुलकर ने इस फेक वीडियो को अपने आधिकारिक अकाउट से साझा करते हुए सबको सतर्क किया। उन्होंने लिखा, यह वीडियो फेक है, किस तरह से लोग तकनीक का मिस यूज कर रहे हैं। मैं हर किसी से आग्रह करता हूं कि इस वीडियो, एप और प्रचार को ज्यादा से ज्यादा संख्या में रिपोर्ट कीजिए।

क्या है डीपफेक है ?

गौरतलब है कि डीपफेक एक तकनीक है, जिसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से बनाया गया है। डीपफेक वीडियो बनाने के लिए एआई का दुरुपयोग किया जाता है, जिसमें चेहरे से लेकर आवाज तक सब कुछ बदल दिया जाता है। डीपफेक कभी-कभी असली से इतने मिलते-जुलते होते हैं कि नकली की पहचान करना मुश्किल हो जाता है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)