
चीन का प्रतिनिधित्व प्रधानमंत्री ली कियांग
विदेश मंत्री (s jaishankar) ने कहा कि अंततः किसी देश का प्रतिनिधित्व वही व्यक्ति करेगा जिसे उसने चुना है। प्रतिनिधित्व का स्तर किसी देश की स्थिति का अंतिम निर्धारक नहीं बनता है। इस सप्ताह के शिखर सम्मेलन में चीन का प्रतिनिधित्व प्रधान मंत्री ली कियांग करेंगे और रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे। पुतिन ने हाल ही में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके बताया कि वह शिखर सम्मेलन में भाग लेने में असमर्थ हैं क्योंकि उन्हें यूक्रेन में सैन्य अभियानों पर ध्यान केंद्रित करना है। ये भी पढ़ें..’भारत बनाम इंडिया’ मामले पर मायावती बोलीं-यह सब सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलीभगत.. रूसी राष्ट्रपति पिछले साल दिसंबर में इंडोनेशिया के शहर बाली में आयोजित आखिरी जी-20 शिखर सम्मेलन में भी शामिल नहीं हुए थे। माना जा रहा है कि यूक्रेन पर हमले से जुड़े मामले में अंतरराष्ट्रीय अदालत ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जिसके चलते वह विदेश यात्राओं से बच रहे हैं। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी कहा था कि वह भारत में होने वाले शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे।#WATCH | On the upcoming G20 Summit becoming a people's movement, EAM Dr S Jaishankar says "...It is a mindset of the Prime Minister, it's a mindset of the BJP, it's a mindset of the government and the mindset is a more democratic mindset, a mindset where you feel it should not… pic.twitter.com/bQgc9mduLq
— ANI (@ANI) September 6, 2023