न्यूयॉर्कः संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष की रूस पर की गयी टिप्पणी विवाद की वजह बन गयी। रूस ने बैठक का बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज कराया। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद चल रहे युद्ध की वजह से भारी मात्रा में खाद्य उत्पाद यूक्रेन के बंदरगाहों पर फंसा है। यूक्रेन खाद्य तेलों के साथ दाल, गेहूं का भी बड़ा निर्यातक है। इसके अलावा रूस भी बड़ी मात्रा में अनाज निर्यात करता है। युद्ध के कारण इन देशों से निर्यात में बाधा आई है। इसका परिणाम खाद्य पदार्थों के संकट के रूप में सामने आया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यूरोपियन परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल ने रूस को दुनिया भर में खाद्य संकट पैदा करने की वजह करार दिया था। माइकल ने कहा कि रूस खाद्य आपूर्ति को विकासशील देशों के खिलाफ ‘स्टेल्थ मिसाइल’ यानी एक ऐसे छिपे हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है, जिससे लोग गरीबी में जीने को मजबूर हैं। इसके बाद संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत वैसिली नेबेनजिया ने चार्ल्स माइकल पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया।
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इस पर चार्ल्स माइकल ने कहा कि रूस के युद्ध का नाटकीय परिणाम अब पूरे विश्व पर अपना असर दिखा रहा है और इससे खाद्य उत्पादों के दाम बढ़ रहे हैं, लोग गरीब हो रहे हैं और पूरा क्षेत्र अस्थिर हो रहा है। रूस अकेला इस खाद्य संकट के लिए जिम्मेदार है। माइकल के इस बयान पर रूस के राजदूत बिफर पड़े और बाहर जाने लगे। इस बीच माइकल ने सीधे उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि आप कमरे से जा सकते हैं। शायद सच न सुनना ज्यादा आसान हो। इसके बावजूद रूस के राजदूत नहीं रुके और उन्होंने बैठक का बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज कराया।
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