नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, तेलंगाना, महाराष्ट्र और ओडिशा के छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव (By-Election) के रविवार को मतगणना जारी। मतगणना रविवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गई है। जिन सीटों पर मतगणना हो रही इसमें बिहार की दो, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, तेलंगाना और हरियाणा की एक-एक सीट शामिल हैं। शुरुआती रुझानों के मुताबिक उत्तर प्रदेश-हरियाणा और ओडिसा में भाजपा बढ़त बनाए हुए है, जबकि बिहार में राजद को बढ़त मिली है।
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इसके अलावा अंधेरी में उद्धव सेना जीत की ओर बढ़ रही है। अंधेरी ईस्ट में तीन राउंड की गिनती हो चुकी है। यहां ऋतुजा लटके को 11,361 वोट मिले हैं, जबकि नोटा पर 2967 वोट पड़े हैं। जबकि हरियाणा की आदमपुर सीट पर वोटों की गिनती का दूसरा राउंड पूरा हो चुका है। दूसरे राउंड में भाजपा के भव्य बिश्नोई आगे चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट के शुरुआती रुझानों में भाजपा के अमन गिरि 49,142 वोटों से आगे चल रहे हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी के विनय तिवारी 35144 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर हैं।
बात बिहार की करें तो यहां मोकामा सीट पर तीन राउंड की वोटों की काउंटिंग हो चुकी है। यहां पर आरजेडी के कैंडिडेट को अबतक 12760 तो बीजेपी के प्रत्याशी को 8069 वोट मिले हैं। वहीं ओडिशा की धामनगर विधानसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार सूर्यवंशी सूरज 8737 मतों से आगे चल रहे हैं। बीजद के अबंती दास 7358 मतों से पीछे चल रहे हैं।
3 नवम्बर को हुआ था मतदान
बता दें कि सभी सात सीटों पर 3 नवम्बर को मतदान हुआ था, जिसमें गोला गोकर्णनाथ, मोकामा व गोपालगंज, आदमपुर, अंधेरी ईस्ट, धामनगर और मुनुगोडे सीट शामिल है। प्रशासन की तरफ से मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इन सात सीटों में से कांग्रेस के पास दो, बीजेपी के पास तीन जबकि राजद और शिवसेना के पास एक-एक सीट थी। हरियाणा की आदमपुर सीट पर, यह देखा जाना बाकी है कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई परिवार की विरासत को आगे बढ़ा पाएंगे या नहीं, उनके पिता कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में शामिल होने के साथ कांग्रेस विधायक के रूप में इस्तीफा देने के बाद, इस प्रकार उपचुनाव है।
बिहार में जद (यू) द्वारा भाजपा को छोड़कर राजद के साथ गठबंधन करने के बाद यह पहला मुकाबला होगा। मोकामा में, राजद की नीलम देवी उस सीट को बरकरार रखने की कोशिश करेगी जो पहले उनके पति अनंत सिंह के पास थी, जो एक मजबूत व्यक्ति थे, जिन्हें अवैध रूप से बंदूकें रखने के दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य घोषित किया गया था। करीब 20 साल से बीजेपी के कब्जे में रही गोपालगंज विधानसभा सीट पर राजद इस ट्रेंड को उलटने की उम्मीद कर रही होगी। इसने भाजपा की कुसुम देवी के खिलाफ मोहन प्रसाद गुप्ता को मैदान में उतारा है, जिनके पति सुभाष सिंह की मृत्यु के कारण चुनाव कराना पड़ा।
राजनीतिक रूप से संवेदनशील उत्तर प्रदेश में, भाजपा गोला गोकर्णनाथ सीट को बरकरार रखने की कोशिश करेगी, जो 6 सितम्बर को अपने विधायक अरविंद गिरि की मृत्यु के बाद खाली हो गई थी। बेटे अमन गिरी और समाजवादी पार्टी के विनय तिवारी पूर्व विधायक हैं। महाराष्ट्र के अंधेरी में ज्यादा मुकाबला नहीं होने वाला है क्योंकि भाजपा ने उम्मीदवार नहीं उतारने की पुरानी परंपरा का सम्मान करते हुए अपने उम्मीदवार को वापस ले लिया, जहां शिवसेना के रमेश लटके की मृत्यु के बाद सीट खाली हो गई थी।
शिवसेना के उद्धव ठाकरे के धड़े ने लटके की पत्नी रुतुजा लटके को मैदान में उतारा है। तेलंगाना की मुनुगोड सीट पर सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और भाजपा के बीच मुकाबला होगा, जो खुद को ऐसे राज्य में स्थापित करने की कोशिश कर रही है जहां उसका कोई आधार नहीं है। कांग्रेस विधायक के इस्तीफा देने और भाजपा में शामिल होने के बाद यह सीट खाली हो गई थी और अब वह उस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। ओडिशा के धामनगर में भी सत्तारूढ़ क्षेत्रीय दल बीजद का सामना भाजपा से है। पिछले विधानसभा चुनाव (By-Election) में इस सीट से भाजपा जीती थी, लेकिन विधायक विष्णु चरण सेठी की मौत के कारण यह मुकाबला हुआ था। बीजेपी ने उनके बेटे को मैदान में उतारा है।
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