लखनऊः उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रभाव अब धीरे-धीरे कम होने लगा है। प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा लगाये गये कोरोना कर्फ्यू और स्वास्थ्य विभाग की सजगता के चलते संक्रमण दर में तेजी से गिरावट आयी है। इन सब के बीच अब प्रदेश के सभी 75 जिलों में नाइट कर्फ्यू में भी थोड़ी राहत दी जाएगी। वहीं 21 जून से कुछ पाबंदियों के साथ रेस्टोरेंट, पार्क तथा स्ट्रीड फूड की दुकानों को भी खोलने की अनुमति दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोेविड प्रबंधन के लिए गठित टीम-09 के साथ बैठक में यह निर्णय लिये। प्रदेश में अब 21 जून से नाइट कर्फ्यू के समय में भी छूट दी जाएगी। इसके तहत अब प्रदेश में नाइट कर्फ्यू रात्रि नौ बजे से सुबह सात बजे तक प्रभावी होगा। इसके साथ ही प्रदेश के सभी जनपदों में कोरोना प्रोटोकॉल के साथ रेस्टोरेंट को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोला जा सकेगा। वहीं सभी पार्क तथा स्ट्रीट फूड आदि के संचालन की अनुमति भी दी गई है। सरकार ने सख्त निर्देश दिये हैं कि किसी भी रेस्टोरेंट में कोरोना प्रोटोकाॅल का पूर्णतया पालन किया जाए। रेस्टोमेंट में बिना मास्क पहनें लोगों को प्रवेश न दिया जाए और साथ ही हाथों को भी सैनेटाइज किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि नई व्यवस्था के संबंध में विस्तृत गाइडलाइंस समय से जारी कर दी जाए। उन्होंने बताया कि बीते पिछले 24 घंटों में 2 लाख, 57 हजार 135 सैम्पल जांचे गए। इसी अवधि में संक्रमण के 340 नए केस सामने आए हैं और 1,104 मरीज कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं। इससे पहले, 12 मार्च को लगभग ऐसी ही स्थिति थी। वर्तमान में 7,221 केस एक्टिव हैं। बीते 24 घंटों में कुल पॉजिटिविटी दर मात्र 0.1 फीसदी रही, जबकि रिकवरी दर 98.3 प्रतिशत हो गई है। प्रदेश में अब तक 05 करोड़ 38 लाख सैम्पल टेस्ट हो चुके हैं। कोरोना महामारी के बीच अब तक 16 लाख 73 हजार प्रदेशवासी कोविड संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले कुछ माह बच्चों के स्वास्थ्य के दृष्टिगत संवेदनशील है। बरसात का मौसम शुरू हो रहा है। संचारी रोग, डेंगू, इंसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया आदि की समस्या बढ़ने की आशंका है। विशेषज्ञों ने कोविड की तीसरी लहर की आशंका भी जताई है। ऐसे में बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए सभी जरूरी प्रबंध किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी ने बच्चों के लिए उपयोगी पल्स ऑक्सीमीटर की पर्याप्त उपलब्धता के निर्देश दिए हैं। बताया कि हमारी एमएसएमई इकाइयां, चाइल्ड पल्स ऑक्सीमीटर के विनिर्माण की दिशा में अच्छा सहयोग कर सकती हैं। संबंधित विभाग द्वारा एमएसएमई इकाइयों से संपर्क कर इस दिशा में प्रयास शुरू किए जाएं।
यह भी पढ़ेंःकोरोना के डेल्टा वैरिएंट पर फाइजर, एस्ट्राजेनेका वैक्सीन अधिक प्रभावीमुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से लाभार्थियों से संपर्क कर बच्चों की सेहत की जानकारी ली जाए तथा बच्चों के लिए घर-घर मेडिकल किट वितरण का विशेष अभियान सुचारू रूप से संचालित किया जाए। उन्होंने बताया कि पहले 50 लाख से अधिक बच्चों को निःशुल्क दवाई किट वितरित की जाएगी। 18 वर्ष से कम आयु के कोविड-19 के लक्षण युक्त बच्चों को चार वर्गों (0-1 वर्ष, 1-5 वर्ष, 5-12 वर्ष तथा 12-18 वर्ष) में विभाजित किया गया है। प्रत्येक वर्ग के लिए अलग-अलग प्रकार की दवाई किट तैयार की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि कोविड संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेशवासियों को टीका-कवर प्रदान करने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। विगत 14 दिनों में 51 लाख लोगों में वैक्सीन कवर प्राप्त किया है। बीते 24 घंटों में 4 लाख, 33 हजार, 857 लोगों ने वैक्सीन लगाई गई। अब तक 02 करोड़ 35 लाख से अधिक वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं। जबकि, अगस्त की समाप्ति तक 10 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट करने का लक्ष्य है। टीकाकरण अभियान को और तेज करने की आवश्यकता है। नए वैक्सीनेटर तैयार किए जाएं।