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Uttarkashi tunnel rescue: रैट माइनर्स ने हाथों से भेद दी टनल की चट्टानें, मजदूरों के पास पहुंची टीम !

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Uttarkashi-Tunnel Uttarkashi tunnel rescue , उत्तरकाशीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर जंग जारी है। राहत और बचाव अभियान का आज (मंगलवार) 17वां दिन है। राहत की बात यह है कि सुरंग में 58 मीटर तक काम पूरा हो चुका है। अब सिर्फ 2-3 मीटर ही बचे हैं।  रैट माइनर्स ने हाथों से सुरंग की चट्टानों को भेदते हुए करीब 58 मीटर खुदाई कर ली है।

रात तक बाहर निकाले जा सकते है सभी मजदूर

सूत्रों की माने तो सुरंग में फंसे मजदूरों को किसी भी वक्त बाहर निकाला जा सकता है। सुरंग में खुदाई पूरी हो चुकी है। साथ ही 800 मिमी व्यास का पाइप भी डाला जा चुका है। वहीं NDRF की टीम पाइप के जरिए मजदूरों तक पहुंच चुकी है। यह टीम पाइप के जरिए मजदूरों को बाहर निकालने में मदद करेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही मजदूरों को निकाला जा सकेगा। उधर, बचाव दल ने श्रमिकों के परिजनों से अपने कपड़े और बैग तैयार रखने को कहा है। मजदूरों को निकालने के बाद उन्हें सीथा अस्पताल ले जाया जाएगा। सबसे पहले एक छोटा सा लोहे का स्ट्रेचर अंदर भेजा जाएगा और मजदूरों को उसमें बैठाकर एक-एक करके टनल से बाहर निकाला जाएगा। इससे पहले टनल के बाहर काफी तैयारियां की गई हैं। ये भी पढ़ें..Telangana Election: तेलंगाना में कांग्रेस का धुआंधार प्रचार, खड़गे-प्रियंका आज करेंगे कई चुनावी रैलियां सुरंग के बाहर डॉक्टर और एंबुलेंस तैयार हैं, जबकि अस्पताल के कर्मचारियों को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। जैसे ही मजदूरों को सुरंग से बाहर निकाला जाएगा, उन्हें सीधे एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां उनका इलाज किया जाएगा। uttarkashi-uttarakhand-tunnel-rescue-rat-miners राहत और बचाव कार्यों के माइक्रोटनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर कहते हैं, यह काम कल रात बहुत अच्छे से किया गया। हम सुरंग में 58 मीटर अंदर चले गए हैं। अभी करीब 2-3 मीटर का सफर बाकी है। कल रात हमें किसी बाधा का सामना नहीं करना पड़ा। यह अच्छा रहा, जल्द ही मजदूर सुरक्षित बाहर आ जायेंगे।

पीएम के प्रधान सचिन ने लिया जायजा

वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव डॉ. पीके मिश्रा सोमवार को सिल्कयारा पहुंचे और बचाव अभियान का जायजा लिया। मावर में दिनभर बादल छाए रहे। मौसम विभाग ने ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन बारिश नहीं होने से बचाव टीमों ने राहत की सांस ली और बचाव कार्य जारी रहा। हालांकि अगले दो दिनों में बारिश और बर्फबारी की संभावनाएं जताई जा रही हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)