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भू-जल आर्सेनिक प्रभावित होने पर रामगोविंद ने जतायी चिंता, सरकार से की आरओ प्लांट लगाने की मांग

HS - 2021-06-06T145536.060

लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने कहा कि जिले से होकर गुजरने वाली घाघरा (सरयू) नदी का पानी प्रदूषित है। साथ ही भू-जल में आर्सेनिक की मात्रा अधिक है। ऐसे में कोरोना से जूझ रहे लोगों पर दोहरी मार न पड़े। इसके लिए आरओ प्लांट लगाया जाना जरूरी है।

उन्होंने नगर विकास मंत्री को पत्र लिखकर अपने विधानसभा क्षेत्र की चारों नगर पंचायतों बांसडीह, सहतवार, मनियर और रेवती के सभी वार्डो में स्थित स्वास्थ्य केन्द्रों में आरओ प्लांट लगाने की मांग किया है। नेता प्रतिपक्ष ने लिखा है कि विधानसभा क्षेत्र में चार नगर पंचायतें हैं। संयोग से चारों घाघरा नदी के किनारे हैं। सभी बिहार की सीमा से भी लगी हैं। श्री चौधरी ने कहा कि घाघरा नदी का पानी प्रदूषित ज्यादा है और इस क्षेत्र में आर्सेनिक का प्रकोप भी अधिकतम है। नदियों के किनारे आर्सेनिक की अधिकता को शासन ने भी माना है। भू-जल में आर्सेनिक के प्रभाव से लोगों को बीमारियों का सामना करना पड़ता है।

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उन्होंने कहा कि वैसे भी देश इस समय महामारी से जूझ रहा है। दूषित जल पीने के कारण लोगों की जिंदगी खतरे में न पड़ जाए इसलिए जन जीवन को बचाने के खातिर यह कार्य आवश्यक है। नेता प्रतिपक्ष ने वर्तमान में चल रहे प्रदूषण का हवाला देते हुए नगर विकास मंत्री से मांग किया कि नगर पंचायत क्षेत्र के सभी वार्डों व अस्पतालों में आरओ प्लांट शीघ्र लगाया जाए। ताकि लोग संक्रमित होने से बचें।