नई दिल्लीः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को चंडीगढ़ में भारत का पहला वायु सेना हेरिटेज सेंटर राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह केंद्र उन सभी के साहस और समर्पण का वसीयतनामा है, जिन्होंने भारतीय वायु सेना (IAF) में सेवा कर राष्ट्र की रक्षा में अमूल्य योगदान दिया है। यह अद्भुत पहल भारतीय वायु सेना की समृद्ध विरासत को संरक्षित करने और युवाओं को सेना में भर्ती होने के लिए प्रेरित किया जा सकेगा ।
केंद्र में 1965, 1971 और कारगिल युद्ध, बालाकोट हवाई हमले सहित पाकिस्तान के साथ विभिन्न युद्धों में भारतीय वायु सेना की यादगार भूमिका को दर्शाने वाले भित्ति चित्र हैं। 17000 वर्गफीट में फैला यह केंद्र देशवासियों के लिए बड़ा आकर्षण होगा। यह विरासत केंद्र केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और भारतीय वायु सेना के बीच एक समझौता ज्ञापन के तहत स्थापित किया हो गया है, जिस पर पिछले साल ही साइन हुए थे।
ये भी पढ़ें..राज्यपाल मंगूभाई पटेल बोले, पीड़ित मानवता की सेवा ही मानव का सबसे बड़ा धर्म है
हेरिटेज सेंटर के मेन हॉल का उद्घाटन करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हेरिटेज म्यूजियम पहुंचे। उन्होंने पार्किंग एरिया में लगे मिग-21 के कॉकपिट में बैठकर जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने हेरिटेज सेंटर के लॉन क्षेत्र में स्थापित स्मारिका दुकान का भी दौरा किया और एचपीटी-32 विमान का निरीक्षण किया। उन्होंने mig-23 प्लेन के साथ फोटो सेशन में भी भाग लिया। जिसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चंडीगढ़ को तीन अलग-अलग प्रोजेक्ट की सौगात दी।
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीवी चौधरी ने इस हेरिटेज सेंटर की प्रगति की समीक्षा करने के लिए पिछले महीने दौरा किया था। अधिकारियों ने कहा कि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा जो भारतीय वायु सेना की अदम्य भावना को प्रदर्शित करेगा। इस मौके पर पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर भी मौजूद थीं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)
देश
फीचर्ड
पंजाब