राजस्थान राजनीति

Rajasthan Election: छोटे दल भाजपा-कांग्रेस को दें रहे कड़ी चुनौती, बन रहा त्रिकोणीय मुकाबला

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Rajasthan-Election-2023 Rajasthan Election 2023 जयपुरः पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी बीजेपी और कांग्रेस को छोटे राजनीतिक दलों से कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। इनमें सबसे ज्यादा उम्मीदवार बसपा के हैं। बसपा ने राज्य की 185 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। ये छोटे राजनीतिक दल बीजेपी-कांग्रेस के लिए मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं। राजस्थान विधानसभा चुनाव में भले ही मुख्य मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के बीच होगा, लेकिन अन्य छोटे राजनीतिक दल भी इस चुनाव में बराबर जोर लगा रहे हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में भी बीएसपी, आरएलपी, बीटीपी, सीपीएम और आरएलडी के उम्मीदवार विधानसभा पहुंचे थे।

बीजेपी-कांग्रेस को सीधी टक्कर दे रहे छोटे दल

इस बार भी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में छोटे राजनीतिक दलों के उम्मीदवार बीजेपी और कांग्रेस को सीधी टक्कर देते दिख रहे हैं, जहां पूर्वी राजस्थान में बहुजन समाज पार्टी मजबूत दिख रही है तो पश्चिमी राजस्थान और शेखावाटी की सीटों पर आरएलपी मजबूत दिख रही है। दक्षिणी राजस्थान की कई सीटों पर बीटीपी त्रिकोणीय मुकाबला बना रही है। ये भी पढ़ें..चुनाव में लोगों को जाति और धर्म के नाम पर भड़का रहे भाजपा नेता, CM गहलोत का आरोप दिल्ली और पंजाब में सरकार बना चुकी आम आदमी पार्टी ने राजस्थान में भी अपने उम्मीदवार उतारकर एक दांव खेला है। इनके अलावा 12 नई पार्टियां चुनाव में उतरी हैं। इस बार कुल 58 छोटे-बड़े राजनीतिक दल चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में 199 विधानसभा सीटों के लिए राजनीतिक दलों और निर्दलीय समेत कुल 1862 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनकी किस्मत का फैसला 25 नवंबर को होगा।

इस बार 730 स्वतंत्र उम्मीदवार मैदान में

राजस्थान में  इस बार 730 स्वतंत्र उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें AAP से 88, RLP से 78, बसपा से 185, BTP से 12, CPM से 17, RLD से 1, ASP से 47, BAP से 21, JJP से 25 शामिल हैं। । 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 73 सीटें, कांग्रेस ने 100 सीटें, निर्दलीय ने 13 सीटें, आरएलपी ने 3 सीटें, बीएसपी ने 6 सीटें, सीपीएम ने 2 सीटें, बीटीपी ने 2 सीटें और आरएलडी ने 1 सीट जीती थी।

कांग्रेस-बीजेपी के 15 नेताओं की जब्त हो गई थी जमानत

गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018 में इन छोटे राजनीतिक दलों के उतरने से कांग्रेस और बीजेपी के 15 उम्मीदवारों की जमानत भी जब्त हो गई थी। इनमें बीजेपी के 3 और कांग्रेस के 12 उम्मीदवार थे, जबकि छोटे राजनीतिक दलों के 90 फीसदी से ज्यादा उम्मीदवार अपनी जमानत नहीं बचा सके। इसके बावजूद इस बार भी ये राजनीतिक दल सक्रिय हैं और कई विधानसभा सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला बनाकर करिश्मा दिखाने को तैयार हैं। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)