जयपुरः खाटूश्याम जी के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबर है। बाबा के दर्शन करने के लिए अब घंटों इंतजार नहीं करना होगा। मंदिर में एक घंटे में 70 हजार और एक दिन में 15 लाख तक लोग बिना दबाव के दर्शन कर सकेंगे। मंदिर कमेटी और प्रशासन खाटू नगरी में शीश के दानी के दर्शनों के लिए भक्तों की राह सुगम करने को जुटा है। दावा है कि अब 16 लाइनों में भक्त बाबा श्याम के सामने पहुंच सकेंगे। देश का पहला मंदिर होगा, जिसमें दर्शनों के लिए 16 लाइन बनेंगी। इसके लिए मंदिर के प्रवेश और निकास मार्ग को चौड़ा किया जा रहा है। नगर पालिका प्रशासन ने मंदिर की तरफ जाने वाले प्रमुख मार्गों को सुगम करने का जिम्मा उठा रखा है। पालिका प्रशासन खाटू के प्रमुख मार्गो को चमकाने में जुटा हुआ है।
ये भी पढ़ें..दिल्ली में अफसरों की ट्रांसफर पोस्टिंग के मामले में 5 दिसम्बर को होगी सुनवाई
श्रद्धालुओं की आस्था की राह सुगम करने के लिए 200 से अधिक मजदूर अलग-अलग कार्यो में लगे हैं, जो दिन रात काम में जुटे हुए हैं। मंदिर के कार्य के बाद लखदातार मैदान को पक्का कर उसमें जिगजैग व छाया-पानी की व्यवस्था की जाएगी। वहीं इस मैदान में आने वाले रास्ते को भी चौड़ा किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत भक्त लाला मांगेराम विश्राम भवन के आगे से मुख्य प्रवेश द्वार में प्रवेश करेगा। यहां से श्रद्धालु 75 फीट के रास्ते से 16 लाइनों में प्रवेश करेगा। यह लाइन सीधी प्राचीन श्याम मंदिर के रास्ते निकासी मार्ग से होकर निकलेगी। वहीं चार से छह लाइन मंदिर के सिंहद्वार के सामने से गोपीनाथ भगवान के मंदिर से होकर गुजरेगी।
यहां पर ऊंचा चबूतरा भी बनाया गया है। ऐसे में मंदिर में खड़े हर श्रद्धालु को श्याम बाबा के आसानी से दर्शन हो सकेंगे। दरअसल अगस्त में भीड़ के दबाव के चलते तीन महिला श्रद्धालुओं की मौत के बाद इसे गंभीरता से लिया गया। हादसे को रोकने के लिए पुलिस के साथ प्रशासन भी कार्ययोजना बनाने में जुट गया। हादसे की पुनरावर्ति रोकने के साथ भक्तों को सुगमता, सुरक्षित और कम समय में बाबा के दर्शन करवाने की योजना बनाई गई। जो अंतिम दौर में है।
भीड़ को देखते हुए लिया गया फैसला
सीकर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप का कहना है कि खाटू में भीड़ के दवाब को देखते हुए श्रद्धालुओं की राह सुगम की जा रही है। नई योजना के तहत अब हर घंटे 70 हजार लोग दर्शन कर सकेंगे। ऐसे में एक दिन में श्रद्धालुओं की संख्या 15 लाख तक भी पहुंचती है तो कोई परेशानी नहीं होगी। पहले दर्शनों के लिए 3-4 लाइनें ही थीं, अब 16 लाइन बनाई जा रही हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)