प्रयागराजः पूर्वांचल के बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया निर्दलीय विधायक है। अब यूपी के सियासत में उनके जुड़वां बेटों की एंट्री होने जा रही है। राजा भैया के बेटे चुनाव में अपने पिता के जनसत्ता दल के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। बता दें कि राजा भैया के दोनो बेटे शिवराज प्रताप सिंह और ब्रजराज प्रताप सिंह इंटरमीडिएट के छात्र हैं और ग्वालियर के सिंधिया स्कूल में बढ़ाई कर रहें हैं।
ये भी पढ़ें..Australian Open: जीत के साथ दूसरे दौर में पहुंचे मेदवेदेव और रुबलेव
चूंकि महामारी के कारण स्कूल बंद है, वे पिछले एक महीने से प्रतापगढ़ में घर पर हैं। दोनों बेटों को कुंडा में उनके राजसी घर में होने वाली राजनीतिक गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लेते देखा जा सकता है। राजा भैया के एक सहयोगी ने कहा कि राजा भैया जो कहते हैं उसे ध्यान से सुनते हैं, वे पार्टी के अन्य नेताओं के साथ चर्चा में भाग लेते हैं और राजनीति के नियमों को समझने की कोशिश करते हुए देखे जा सकते हैं। उनकी उपस्थिति ने उन लोगों में एक उत्साह पैदा कर दिया है जो युवा पीढ़ी को अपने बीच देखने के लिए उत्साहित हैं।
मुलायम सरकार बनाने में निभाई थी अहम भूमिका
बता दें कि राजा भैया अपनी कुंडा सीट से जनसत्ता दल के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। वह इस सीट से 1993 से लगातार जीत रहे हैं । उन्होंने 1997 में कल्याण सिंह की सरकार और फिर 2003 में मुलायम सिंह की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई है। यही नहीं राजा भैया मायावती और अखिलेश सरकार में भी मंत्री थे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले सियासत की पूरी बिसात बिछ चुकी है। इस बार विधानसभा चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। भाजपा और सपा पार्टी प्रदेश के छोटे-छोटे दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। जबकि कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी अकेले दम पर ही चुनावी समर में उतर चुके हैं। लेकिन इन तमाम सियासी चालों के बीच कुंडा के विधायक और बाहुबली नेता राजा भैया अकेले ही चुनावी मौदान में उतर रहें हैं। माना जा रहा है कि अगर उनकी पार्टी का कहीं सम्मानजनक तरीके से समझौता नहीं हो पाया तो भी पार्टी अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)