चंडीगढ़ः पंजाब सरकार ने बजट सत्र से पहले विधायकों को विधानसभा के विधायी कार्यों का प्रशिक्षण देने का फैसला किया है। पंजाब में जून माह के दूसरे सप्ताह में विधानसभा का बजट सत्र शुरू होगा और भगवंत मान सरकार पहला बजट पेश करेगी। इस सत्र से पहले विधायकों को विधायी कार्यों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। पंजाब विधानसभा में कुल 117 सीटें हैं। इनमें से आम आदमी पार्टी को 92 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
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मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत 82 आप विधायक पहली बार चुनकर आए हैं। इनमें से करीब 72 विधायक ऐसे हैं जिनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। इसी प्रकार अकाली दल व कांग्रेस में इस बार कई नए विधायक आए हैं। इसके चलते इन विधायकों के लिए विधानसभा द्वारा प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए चंडीगढ़ में 31 मई से दो जून तक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा।
इस प्रशिक्षण शिविर में विधायकों को प्रश्नकाल में अपने-अपने हलके के प्रश्न उठाने, शून्यकाल के दौरान होने वाली चर्चाओं, प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आने, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव देने, विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण तथा बजट पर होने वाली चर्चाओं में भाग लेने के बारे में बताया जाएगा। पंजाब विधानसभा सचिवालय द्वारा विधायकों को प्रशिक्षण देने के लिए कार्यकम के आयोजन का फैसला हो चुका है लेकिन विधायकों को प्रशिक्षण कौन देगा इस पर अभी तक फैसला नहीं हुआ है।
तर्क दिया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में लोकसभा सचिवालय, पंजाब व हरियाणा विधानसभा सचिवालय के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया जाए। दूसरा सुझाव वरिष्ठ विधायकों, पड़ोसी राज्यों तथा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्रियों को बुलाने को लेकर चल रहा है। पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा के अनुसार विधायकों को विधायी कार्यों की जानकारी होना अनिवार्य है। इसके लिए आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम को बहुत जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा।
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