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China के नए नक्शे पर Nepal में भी विरोध, डिप्लोमैटिक प्रोटेस्ट नोट भेजने की तैयारी

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china काठमांडूः चीन के नए नक्शे का नेपाल में भी व्यापक विरोध हो रहा है। जारी नक्शे में नेपाल के कुछ इलाकों को कटा हुआ दिखाया गया है। चीन की इस हरकत पर नेपाल के राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने विरोध जताया है। नेपाल सरकार भी चीन के नक्शे को लेकर अपना विरोध दर्ज कराने जा रही है। नेपाल से चीन को विरोध पत्र भेजा जाएगा। चीन के नए नक्शे का विरोध करते हुए उपप्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री पूर्ण बहादुर खड़का ने कहा कि नेपाल की संसद में पारित और संविधान का हिस्सा बनाए गए नक्शे को मान्यता नहीं देना चीन की ओर से गलत है। उनका कहना है कि सरकार इस विषय पर अपना पक्ष रखने पर विचार कर रही है। चीन के नए नक्शे में नेपाली सीमा क्षेत्र से छेड़छाड़ के बाद नेपाल के विदेश मंत्री ने काठमांडू स्थित चीनी राजदूत को तलब किया है और उनसे सवाल जवाब किए हैं। नक्शा जारी करने के अगले ही दिन विदेश मंत्री एनपी सऊद ने मंत्रालय में चीनी राजदूत चेन सोंग को बुलाया और स्पष्टीकरण मांगा। सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने कहा कि सरकार राजनयिक माध्यमों से अपना विरोध दर्ज कराएगी। उन्होंने बताया कि नेपाल से चीन को विरोध पत्र भेजा जाएगा। इस महीने प्रधानमंत्री प्रचंड की चीन यात्रा के दौरान भी यह मुद्दा उठाने पर विचार किया जा रहा है। ये भी पढ़ें..ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस ने दिया इस्तीफा, पीएम सुनक... काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने अपना चीन दौरा रद्द कर दिया है। मेयर शाह ने आज फेसबुक पर संदेश लिखते हुए कहा कि चीन ने नेपाल के नए नक्शे को मान्यता नहीं दी है, इसलिए मैंने पांच दिवसीय चीन दौरे पर नहीं जाने का फैसला किया है। इसके अलावा कई सामाजिक संगठनों ने भी चीन के खिलाफ प्रदर्शन किया है। राष्ट्रीय एकता अभियान की ओर से देश में कई जगहों पर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया है। कुछ संगठनों ने देश के जिलाधिकारियों के माध्यम से चीन के खिलाफ ज्ञापन सौंपा है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)