उत्तर प्रदेश फीचर्ड

टूटी-फूटी बिल्डिंग और बदहाली में कैसे पूरा होगा माॅडर्न स्कूल का सपना

madhogarh2-min

जालौन: एक ओर शिक्षा विभाग द्वारा मिशन कायाकल्प के तहत स्कूलों (schools) को हाईटेक और मॉडर्न बनाने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, सच्चाई इसके बिल्कुल विपरित है। हालत ये हैं कि रख-रखाव के अभाव में इन स्कूलों (schools) के भवन व छत जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पहुंच गए हैं। वहीं, प्राथमिक विद्यालय में बारिश का पानी भर गया है, जहां से होते हुए बच्चों को गुजरना पड़ रहा है।

ये भी पढ़ें..Earthquake: फिलीपींस में भूकंप के तेज झटके, अफगानिस्तान तक हिली धरती

सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि प्रदेशभर के प्राथमिक विद्यालयों को माॅडर्न स्कूल बनाया जाए, ताकि बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके और प्रदेश व देश में सरकारी स्कूलों (schools) की छवि भी सुधारी जा सके, लेकिन माधोगढ़ में अफसर सीएम की इस मंशा को ठेंगा दिखा रहे हैं। स्कूल में भरा पानी और जीर्ण-शीर्ण भवन में अंधेरे के बीच पढ़ते नौनिहालों को देखकर इस स्कूल की बदहाली का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। अफसरों की अनदेखी का आलम ये है कि इस स्कूल की तरफ उनकी नजर नहीं जाती।

स्कूल आने वाले बच्चों ने बताया कि पानी से होकर ही आना पड़ता है स्कूल और कई बार गिर जाते है और पढ़ने की किताबें भी भीग जाती हैं। जब ABSA नेत्रपाल सिंह से संपर्क करने की कोशिश की गई तो वे नहीं मिले, वहीं फोन करने पर उन्होंने रिसीव नहीं किया। ऐसे में ये सवाल उठता है कि आखिरकार जिम्मेदार कब तक स्कूलों को बदहाली के दंश से उबार सकेंगे ताकि नौनिहाल एक स्वस्थ्य वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सके।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

  • मयंक राजपूत की रिपोर्ट