खूंटी : झारखंड दौरे के दूसरे दिन गुरुवार की सुबह 10 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) खूंटी पहुंचीं। उन्होंने सर्वप्रथम स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा तैयार सामग्री का अवलोकन किया और प्रत्येक स्टाल पर जाकर प्रत्येक उत्पाद की जानकारी ली।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि हां, मुंडा भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाना चाहिए। उनकी सभ्यता और संस्कृति को आगे बढ़ाने में उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में करीब 225 महिला सहायता समूह हैं लेकिन महिलाओं को इसका सही लाभ नहीं मिल पा रहा है। 14 हजार से ज्यादा गांव ऐसे हैं, जो वनोपज हैं, लेकिन बिचौलिए उनसे कम कीमत पर खरीद कर महंगे दाम पर बेच देते हैं।
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सोरेन ने कहा कि आदिवासियों के लिए बनी सारी योजनाएं सिर्फ कागजों पर चल रही हैं। हालांकि, उन्होंने जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के काम की तारीफ की। साथ ही कहा कि अर्जुन मुंडा जब से मंत्री बने हैं तब से आदिवासियों के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि जब तक यह मंत्री हैं झारखंड की सक्रियता बनी रहेगी। सोरेन ने कहा कि आदिवासी समाज को वनोपज का मूल्य कैसे मिले और आदिवासी समाज कैसे समृद्ध हो, इस पर विभाग काम कर रहा है।
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