प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र में पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवाकांत ओझा और समाजवादी पार्टी के दूसरे कार्यकर्ताओं-नेताओं के बीच सपा के आयोजित एक जनसभा कार्यक्रम के मंच पर अचानक मारपीट हो गई। आरोप है कि टिकट पाने की होड़ में यह सब कुछ हुआ है। फिलहाल सपा नेता बृजेश यादव की तहरीर पर रानीगंज थाना में पूर्व मंत्री और उनके बेटे सहित 50 अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा हुआ है।
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रानीगंज कोतवाली के मिर्जापुर चौराहा के पास शुक्रवार को समाजवादी पार्टी की तरफ से एक जनसभा का आयोजन किया गया था। जनसभा में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री आरके चौधरी शामिल हुए। लेकिन उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा के समर्थकों ने पूर्व विधायक श्याद अली और सपा नेता बृजेश यादव समेत दर्जन भर सपा कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट की गई। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया। टिकट के दावेदार और पिटे हुए सपा नेताओं ने नारेबाजी करते हुए जनसभा का बहिष्कार कर मौके से चले गए। जनसभा में बवाल के दौरान असलहे भी लहराए गए। सपा नेता और टिकट के दावेदारों ने मंच से कूदकर जान बचाई और भागे।
पंच पर जमकर चले लात घूंसे
विधानसभा रानीगंज से टिकट मांग रहे सपा नेता बृजेश यादव का आरोप है कि जनसभा के मंच पर पूर्व मंत्री शिवाकांत ने जमकर गुंडई कराई। दौड़ा-दौड़ाकर उनको मंच पर पिटवाया गया। उनके कपड़े तक फाड़ डाले गए।उन्होंने पूर्व मंत्री शिवाकांत ओझा को सपा पार्टी से निकालने की मांग की। वहीं शिवाकांत ओझा ने कहा कि मंच पर कुछ बात हुई है। ये सब कार्यकर्ताओं के बीच होता रहता है. मारपीट किसी के साथ नहीं की गई है।
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